छठ पर्व की महाभारत काल में हरियाणा से महान दानवीर कर्ण ने की थी शुरुआत : नायब सिंह सैनी
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग में छठ पूजा महोत्सव के प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में की शिरकत
पूर्वाचल भाइयों की कड़ी मेहनत का हरियाणा के विकास में अहम योगदान

चंडीगढ़/SANGHOL-TIMES/H.Nagpal/28 अक्टूबर,2025- मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि छठ पूजा का सम्बन्ध हरियाणा से है। एक मान्यता के अनुसार छठ पर्व की शुरुआत महाभारत काल में हुई थी और सबसे पहले सूर्यपुत्र महावीर दानवीर कर्ण ने सूर्यदेव की पूजा यहां से 35 किलो मीटर की दूरी पर ही कर्ण की नगरी करनाल से शुरू की थी। वहां आज भी सूर्य पूजा का विशेष प्रभाव दिखता है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सोमवार को ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग में छठ पूजा महोत्सव के प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का विधिवत रूप से आरंभ किया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पूर्वांचल सभा ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पूर्वांचल भाषा में कहा, “रउआ सभ के छठ पूजा के हार्दिक शुभकामना। छठ मैया के कृपा रउआ सभ प बनल रहे आउर रउआ के जिंदगी मे खुशियां भर दे।” उन्होंने कहा, “ब्रह्मसरोवर के ई पवित्र भूमि प छठ मैया के पूजा-अर्चना करे के एकदम बेजोड़ अनुभव बा। एहिजा के आस्था आउर श्रद्धा दिल के छू जाला। ई पर्व भारतीय संस्कृति के सेतु हवे, जे देस के हर क्षेत्र के आस्था के धागा से जोड़े ला।”
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज जब ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर छठ मैया की जय-जयकार हो रही है तो इस पर्व की महिमा कई गुणा बढ गई है। ऐसा लग रहा है, जैसे सूर्य देव का तेज और छठी मैया का आशीर्वाद इस ब्रह्मसरोवर के जल में उतर आया है। उन्होंने कहा कि यहां उस महान संस्कृति का सम्मान कर रहा हूं, जो बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर आए हैं। इसी संस्कृति में छठ पर्व भारतीय संस्कृति का सेतु है। इसमें चार दिनों तक व्रती माताएं और बहनें तप, संयम और श्रद्धा से व्रत करती हैं। ऐसी वीरांगना माताओं और बहनों को नमन है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सूर्य की उपासना से हमारी संस्कृति व आस्था का प्रकृति से कितना गहरा जुड़ाव है। छठ पूजा के जरिए हमारे जीवन में सूर्य के प्रकाश के महत्व को बताया गया है। चढ़ते सूरज की पूजा हर कोई करता है, लेकिन आप सूरज के हर रूप की पूजा करते हैं। इसमें ढलते सूरज की पूजा करना भी अद्भुत है। इससे यह संदेश जाता है कि हमें जीवन के उतार-चढ़ाव में समान भाव रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि बड़ी खुशी की बात है कि करनाल में सूर्य नारायण मन्दिर के सामने पश्चिमी यमुना कैनाल पर 4 करोड़ 48 लाख रुपए की लागत से स्नान घाट का निर्माण किया गया है। इसी घाट के सामने नहर के दूसरे किनारे पर भी स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत एक और घाट का निर्माण हो चुका है। इसके अलावा पानीपत, सोनीपत व पंचकुला में भी घाट बन चुके हैं। वहां छठ पर्व पर भारी संख्या में महिलाएं पूजा करती हैं। कैथल में भी जल्द ही घाट बनने जा रहा है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि छठ पर्व को ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का उत्तम उदाहरण कहा जा सकता है। मूल रूप से पूर्वांचल में मनाया जाने वाला यह पर्व अब विभिन्न प्रदेशों की सीमाएं लांघकर देशभर में मनाया जाने लगा है। पूर्वांचल के मेहनती और कर्मठ भाई-बहन आज विभिन्न प्रदेशों में अपनी कड़ी मेहनत से वहां की अर्थव्यवस्था में योगदान कर रहे हैं। आप जहां-जहां गए, वहां-वहां छठ पर्व भी पहुंच गया और सनातन संस्कृति के वहां के पुजारियों ने भी छठ पर्व को श्रद्धा व आस्था के साथ मनाना शुरू कर दिया। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छठ पर्व को राष्ट्रीय पर्व कहा है। उन्होंने कहा कि पूर्वाचल भाइयों ने कठोर मेहनत कर हरियाणा के विकास में अहम योगदान दिया है। आपने अपनी मेहनत और कौशल से उद्योगों की गति को बनाए रखा है तो खेतों में फसलें लहलहाने का काम भी किया है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि मातृशक्ति की क्षमताओं को पहचानते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा और विधान सभा में 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान किया है। प्रधानमंत्री के ही मार्गदर्शन में सरकार ने ‘श्रमेव जयते’ में विश्वास करते हुए पिछले 11 वर्षों में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और समृद्धि के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं।
*हरियाणा श्रम कल्याण बोर्ड ने श्रमिकों के कल्याण के लिए 778 करोड़ रुपए किए खर्च*
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों के कल्याण के लिए ‘हरियाणा असंगठित कर्मकार सामाजिक सुरक्षा बोर्ड’ गठित किया गया है। विभिन्न योजनाओं के तहत हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड ने पिछले 11 वर्षों में निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए 3 हजार 866 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। हरियाणा श्रम कल्याण बोर्ड द्वारा भी 11 वर्षों में श्रमिकों के कल्याण के लिए लगभग 778 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं।
उन्होंने कहा कि ‘मुख्यमंत्री श्रम पुरस्कार योजना’ के तहत श्रेष्ठ श्रमिकों को 51 हजार रुपये से 2 लाख रुपये तक के पुरस्कार दिए जाते हैं। इसके साथ ही श्रमिक परिवारों को ‘कन्यादान स्कीम’ के तहत बेटियों की शादी के लिए हर शादी में 1 लाख 1 हजार रुपए का कन्यादान दिया जाता है। इसी प्रकार बेटे व स्वयं की शादी पर भी 21 हजार रुपए की शगुन राशि दी जाती है। ‘अंत्योदय आहार योजना’ के तहत श्रमिकों को रियायती भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके लिए प्रदेशभर में 131 कैंटीन चल रही हैं।
*श्रमिकों की वेतन सीमा 18 हजार रुपए से बढ़ाकर 20 हजार रुपए की*
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार ने वेतन सीमा बढाकर औद्योगिक और संगठित श्रमिकों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभार्थी बनाया है। साइकिल, सिलाई मशीन, एलटीसी योजनाओं के लिए वेतन सीमा 18 हजार रुपए से बढाकर 20 हजार रुपए कर दी है। उन्होंने कहा कि निर्माण श्रमिक कार्यस्थलों पर अक्सर दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं। ऐसे मामलों में श्रमिकों को समय पर मुआवजा उपलब्ध करवाने के लिए एक श्रमिक हितैषी मुआवजा नीति बनाई है। इसके नीति के तहत 10 लाख रुपये से कम लागत वाले निर्माण कार्य में किसी भी दुर्घटना पर मुआवजा में किसी भी कमी की भरपाई सीधे हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण श्रमिक कल्याण कोष से की जाएगी।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हर श्रमिक का अपने घर का सपना होता है। इसके लिए सरकार ने ‘प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता योजना’ लागू की है। मुख्यमंत्री आवास योजना के पात्र निर्माण श्रमिकों को 2 लाख 50 हजार रुपये तक की वित्तीय सहायता सीधे ही दी जाती है।
*दोनों प्रदेश की संस्कृति का हो आदान-प्रदान: सुभाष सुधा*
पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि छठ पर्व का यह त्यौहार परिवार के कल्याण के लिए चार दिनों तक मनाया जाता है, जो हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। बिहार की संस्कृति को हरियाणा में और हरियाणा की संस्कृति को बिहार में साझा करने की जरूरत है
इस मौके पर पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक नीतीश अग्रवाल, चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर जिला अध्यक्ष तिजेंदर सिंह गोल्डी, मीडिया कोऑर्डिनेटर तुषार सैनी, प्रदेश सचिव राहुल राणा, युवा जिला अध्यक्ष साहिल सुधा, पूर्वांचल समाज के प्रधान संतोष पासवान, अनिल शास्त्री, राजीव आर्य, डॉ राजेश प्रसाद, प्रदीप सैनी, देवेंद्र यादव, सत्येंद्र कुमार, प्रेम नारायण अवस्थी, नीलम अवस्थी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
क्रमांक 2025
