26 विपक्षी दलों के लिए I.N.D.I.A नाम का इस्तेमाल करना ग़लत – पंकज जैन
दिल्ली के बाराखंबा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई
इस शव्दो को कोई भी भारतीय सहन नहीं कर पायेगा : पंकज जैन
“विपक्षी गठबंधन द्वारा देश के नाम के इस्तेमाल से लोगों की भावनाएं होंगी आहत”
Sanghol Times/आगरा/Sanjay Sagar/20.07.2023 – कांग्रेस नेतृत्व ने पूर्व में गठबंधन का नाम यूपीए रखा था, जिसे ख़त्म कर अब नया नाम नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्ल्युसिव एलायंस’ यानी I.N.D.I.A. रखा है। कुछ दिन पहले ही विपक्ष के 26 दलों ने अगले लोकसभा चुनाव के लिए अपनी चुनावी बिसात बिछाने का आगाज करते हुए इंडिया नाम से नए गठबंधन की घोषणा की थी और विपक्षी गठबंधन के नाम को लेकर बवाल भी मचा है।
सामाजिक चिंतक एवं वरिष्ठ समाजसेवी पंकज जैन ने आपत्ति जताते हुये बताया कि 26 विपक्षी दलों के लिए I.N.D.I.A नाम का इस्तेमाल करना ग़लत हैं। विपक्षी गठबंधन के द्वारा देश के नाम के इस्तेमाल से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। लोग घोर आपत्ति जता रहें हैं। क्युकी हमारा सभ्यता से जुड़ा संघर्ष इंडिया और भारत के इर्द-गिर्द केंद्रित है। अंग्रेजों ने हमारे देश का नाम इंडिया रखा। हमें खुद को गुलामी की विरासतों से मुक्त होने का प्रयास करना चाहिए। हमारे पूर्वज भारत के लिए लड़े और हम भारत के लिए काम करते रहेंगे। वहीं, नई दिल्ली में कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम I.N.D.I.A. रखे जाने का मामला अब थाने पहुंच गया है। इसे लेकर दिल्ली के बाराखंबा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई गई है। शिकायत में कहा गया है कि गठबंधन द्वारा I.N.D.I.A. नाम रखने से देश की भावनाएं आहत हुई हैं। इसके साथ ही इस नाम को Emblems Act का उल्लंघन बताया गया है। I.N.D.I.A ये नाम रखने पर विपक्षी दलों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। इसलिए राष्ट्रपति ज़ी से हमारा अनुरोध हैं कि इस संगठन का नाम इंडिया नहीं रखा जाना चाहिए। मुमकिन हैं कि आज़ 26 दलों का यह गठबंधन इंडिया के नाम से जाना जायेगा लेकिन ज़ब इस गठबंधन में फूट पड़ेगी और गठबंधन अलग – अलग होने तो कहा जायेगा की इंडिया के टुकड़े – टुकड़े हो गये। इंडिया के टुकड़े – टुकड़े शव्दो को कोई भी भारतीय सहन नहीं कर पायेगा। इसलिए 26 विपक्षी दलों की बैठक के बाद अपने गठबंधन का नाम इंडिया रखे जाने पर हमें घोर आपत्ति हैं।I.N.D.I.A नाम का इस्तेमाल करना ग़लत हैं। देश के नाम के इस्तेमाल से लोगों की भावनाएं आहत होंगी और इस शव्दो को कोई भी भारतीय सहन नहीं कर पायेगा।