चिकित्सा के अभाव में किसी की जान नहीं जानी चाहिए, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें यही मेरा ध्येय : अनिल विज
हरियाणा मेडिकल काउंसिल की ओर से आयोजित हरियाणा चिकित्सक गौरव अवार्ड समारोह में बतौर मुख्यअतिथि स्वास्थ्य मंत्री विज ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों को सम्मानित किया
SangholTimes/चंडीगढ़/31जुलाई,2022)Harminder Nagpal – हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि ‘डॉक्टर भगवान तो नहीं परन्तु भगवान से कम भी नहीं हैं, सरकार और मेरा ध्येय है कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह अमीर है या गरीब, चिकित्सा सुविधा के अभाव में उसकी जान नहीं जानी चाहिए और हम सबको मिलकर इस दिशा में कार्य करना है, चाहे वह सरकारी अस्पताल हो या प्राइवेट। स्वास्थ्य मंत्री श्री विज रविवार को किंगफिशर पर्यटन स्थल अम्बाला शहर में हरियाणा मैडिकल काउंसिल द्वारा आयोजित ‘हरियाणा चिकित्सक गौरव अवार्ड’ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेशभर से आए डॉक्टरों एवं अन्य को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ घोषित किए गए अस्पताल एवं चिकित्सकों को स्मृति चिन्ह व प्रशंसा पत्र देकर प्रोत्साहित किया। हरियाणा के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों की श्रेणी में अम्बाला छावनी के सिविल अस्पताल को प्रथम घोषित किया गया। इसके अलावा दूसरे स्थान पर पंचकूला सिविल अस्पताल और तीसरे स्थान पर करनाल सिविल अस्पताल रहा। इसके अलावा प्रदेशभर से लगभग 70 सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों के डाक्टरों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में हरियाणा मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डा. आरके अनेजा व रजिस्ट्रार डा. संदीप छाबड़ा ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को एसीएस राजीव अरोड़ा एवं डीजी हेल्थ डा. वीणा सिंह को स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया।
स्वास्थ्य बजट पहले 1700 करोड़ था आज 6500 करोड़ है — स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि अभी मंजिल दूर है, स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अभी और कार्य करना हैं। हर आदमी को चिकित्सा सुविधा उसके नजदीक मिले, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्वे करवाया जा रहा है। इस सर्वे में डब्ल्यूएचओ के मापदंडों के तहत कहां पर चिकित्सा के क्षेत्र में क्या-क्या सुविधाएं चाहिए, उन सभी का आंकलन किया जाएगा। हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है, जो इस प्रकार की मैपिंग करवा रहा है, मैपिंग के जरिए जाना जाएगा कि कहां-कहां क्या-क्या स्वास्थ्य सेवाओं की जरुरत है। उन्होंने कहा कि जब 2014 में वह स्वास्थ्य मंत्री बने थे, उस समय स्वास्थ्य विभाग का बजट 1700 करोड़ रुपये था, अब यह बढक़र 6500 करोड़ रुपये हो गया है। हमारा प्रयास है कि जहां पर बिल्डिंग की हालत ठीक नही है, उन भवनों को दुरूस्त करने का काम किया जाए। उन्होंने कहा कि हम बैस्ट सर्विस तो चाहते हैं, उसके लिये बैस्ट एन्वायरमैंट भी होना चाहिए तथा उस दिशा में हम कार्य करने लगे हुए हैं।
कोरोना काल में डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ ने लाखों जीवन बचाए : स्वास्थ्य मंत्री विज
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी में डॉक्टरों के साथ-साथ पैरा मैडिकल स्टाफ व अन्य ने अपनी जिंदगी की परवाह न करते हुए लाखों लोगों की जिंदगियों को बचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वह खुद इसके साक्षी हैं। हरियाणा मैडिकल काउंसिल द्वारा आज जो यह कार्य किया गया है और इस विषय को चुना गया है, वह उसकी प्रशंसा करते हैं।
छावनी सिविल अस्पताल में चार वर्षों में 10 हजार से ज्यादा स्टंट डाले जा चुके : अनिल विज
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि सिविल अस्पताल अम्बाला छावनी में पिछले चार वर्षों में 10 हजार से अधिक लोगों को स्टंट डालने का काम किया जा चुका है और स्टंट डालने के लिए मात्र 54 हजार रुपये की राशि खर्च होती है। आयुष्मान भारत कार्ड के साथ-साथ जिन लोगों का बीपीएल कार्ड है, उन लोगों को यह सुविधा निशुल्क प्रदान की जाती है।
स्वास्थ्य मंत्री विज ने विभिन्न जिलों से इन डॉक्टरों को सम्मानित किया
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अम्बाला छावनी से डा. सुभाष धमीजा, डा. अश्वनी मोदगिल और डा. राघव शर्मा, भिवानी से डा. सुमन विश्वकर्मा, डा. आदिती शर्मा, डा. वंदना पुनिया, चरखी दादरी से डा. आशीष मान व डा. दीपक गुप्ता, स्वास्थ्य महानिदेशक कार्यालय से डा. ज्योति कौशल, डा. निर्मल सिद्धु और डा. सूबे सिंह (एनएचएम), फरीदाबाद से डा. गजराज सिंह व डा. राकेश गुप्ता, अम्बाला शहर से डा. हितेश वर्मा, डा. सुखप्रीत सिंह व डा. राजीव अग्रवाल, फतेहाबाद से