SangholTimes/12जनवरी,2023/Chandigarh/Bureau – हरियाणा के राज्यपाल एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारत को फिर से विश्व गुरू बनाने के लिए स्वामी विवेकानंद के आदर्शाे को अपनाने की जरूरत है। अगर युवा पीढ़ी स्वामी विवेवकानंद के जीवन के नैतिक मूल्यों, शिक्षा, संस्कारों पर चलेगी तो निश्चित ही आने वाले कुछ समय में ही भारत विश्व गुरू बनेगा।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय गुरुवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आडिटोरियम हॉल में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, उपायुक्त शांतनु शर्मा, पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भौरिया, कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित ललित कला विभाग की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले विद्यार्थियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया।
राज्यपाल ने भारतीय संस्कृति के पुरोधा व युवा शक्ति के आदर्श स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाए देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने 11 सितंबर, 1893 को शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में अपने ओजस्वी भाषण से दुनिया भर के धार्मिक और आध्यात्मिक सन्तों को अचंभित कर दिया था।
उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को स्वामी विवेकानंद के आदर्शाे को जीवन में अपनाकर देश को आगे बढ़ाने के लिए योगदान देने के लिए आगे आना चाहिए। जिस देश में युवा नशे व अन्य सामाजिक बुराईयों से दूर रहकर देशहित के लिए कार्य करते हैं वे देश निश्चित ही तरक्की की राह पर आगे बढ़ता है। उन्होनंे कहा कि स्वामी विवेकानंद के भारतीय मूल्यों, संस्कृति और आदर्शों से प्रेरित होकर ही हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्म निर्भर, स्वस्थ भारत अभियान शुरू किया है। इस पर 2025-26 तक 64,180 करोड़ रूपए खर्च होगें।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार की गई है। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (एनईपी-2020) स्वामी विवेकानंद के वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नैतिक मूल्यों और नए भारत के निर्माण की दृष्टि के अनुरूप है। एनईपी-2020 में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना, शिक्षा में मातृभाषा को बढ़ावा देना और समावेशी शिक्षा के लिए प्रावधान करने के साथ-साथ व्यावसायिक शिक्षा सहित उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात को 2035 तक 50 प्रतिशत तक बढ़ाना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय देश के चुनिंदा विश्वविद्यालयों में है। उन्होंने राष्ट्रीय युवा दिवस पर सराहनीय प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति केयू में सबसे पहले लागू करने पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा को बधाई देते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने हर क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम हासिल किया है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने मेहमानों का स्वागत करते हुए और स्वामी विवेकानंद के जीवन पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद के जीवन से युवाओं को प्रेरणा मिले इसलिए जयंती समारोह को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया है।
कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा ने सभी मेहमानों का आभार व्यक्त किया। इस राष्ट्रीय युवा दिवस पर डॉ. रजनी बाला के नेतृत्व में छात्रों ने योगा, आरकेएसडी कॉलेज के विद्यार्थियों ने स्किट, यूनिवर्सिटी सीनियर सैकेंडरी स्कूल की छात्राओं ने कोरियोग्राफी, डॉ. हरविन्द्र राणा व यूटीडी की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
कैप्शन1- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में स्वामी विवेकानंद को नमन करते हुए।
कैप्शन2- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए।
कैप्शन3- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में छात्रों को सम्मानित करते हुए।