डायबिटीज पेशेंट किडनी कैसे बचाएं – डॉ अर्चिता महाजन
रात के समय पेशाब ज्यादा होना, रंग बदल जाना
Foamy या bubbly पेशाब आना। एच बी कम होना टखनों टांगों में सोज दिखना प्रमुख लक्षण है
बटाला/संघोल-टाइम्स/ब्यूरो/02जुलाई,2024 – डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डाइटिशियन और चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट और ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया किटाइप I मधुमेह के लगभग सभी रोगियों में निदान के दो से पांच साल के भीतर गुर्दे में कार्यात्मक परिवर्तन के कुछ लक्षण विकसित होते हैं। लगभग 30 से 40 प्रतिशत रोगी आमतौर पर लगभग 10 से 30 वर्षों के भीतर अधिक गंभीर गुर्दे की बीमारी की ओर बढ़ते हैं। मरीजों को कठोर व्यायाम नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आपकी पेशाब में प्रोटीन बढ़ सकता है। इसके लिए आप सामान्य रूप से तेज चाल से चल सकते हैं लेकिन दौड़ने से बचना चाहिए।डायबिटीज के मरीजों को हर 6 महीने में एक बार अपने पेशाब की जांच कराते रहना चाहिए।किडनी की समस्या वाले डायबिटीज के रोगियों को खट्टे खाद्य पदार्थ जैसे नींबू, मौसमी, संतरा, टमाटर, आंवला आदि का सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि इनके सेवन से ब्लड में पोटेशियम की मात्रा बढ़ सकती है। खट्टे फलों की जगह आप ताजे फल जैसे सेब, पपीता, नाशपाती खा सकते हैं।ब्राउन राइस और क्विनोआ जैसे अनाज बार-बार खाने चाहिए अधिठकांश फलों में सोडियम और पोटेशियम कम होते हैं, ब्राउन राइस और ओट्स में फाइबर की मात्रा अधिक होती है इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है. ये सभी किडनी के स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं. ब्रोकोली, फूलगोभी, पत्तागोभी, हरी सब्जियां जैसे स्किम्ड दूध, दही, पनीर खाना चाहिए
