डिप्टी सीएम ने जीटी रोड के 4 जिलों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का ट्रैक्टर पर दौरा किया, कहा- नुकसान की करेंगे पूरी भरपाई
– राहत के लिए केंद्र से पहुंचा 216 करोड़ रुपए, फण्ड की कमी नहीं रहने देंगे – दुष्यंत चौटाला
– उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अंबाला, कुरूक्षेत्र, करनाल, पानीपत में लिया बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का जायजा
Sanghol Timesl/चंडीगढ़/करनाल/13जुलाई,2023/प्रवीण कौशिक
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भारी बरसात के कारण प्रदेश के जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उसकी रिपोर्ट भेजने के उपायुक्तों को निर्देश दे दिए गए हैं। रिपोर्ट मिलते ही प्रभावितों को नुकसान की भरपाई कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र से भी राज्य आपदा राहत फण्ड में 216 करोड़ रूपये की धनराशि पहुंच गई है। डिप्टी सीएम ने कहा कि नुकसान की भरपाई में फंड की कमी नहीं रहने दी जाएगी। उपमुख्यमंत्री बुधवार को अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल और पानीपत जिलों में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बुधवार सुबह खुद ट्रैक्टर चलाकर अंबाला शहर के आसपास और फिर शाहाबाद क्षेत्र के प्रभावित गांवों और खेतों में बाढ़ग्रस्त लोगों तक पहुंचे और उनका हालचाल जाना। उन्होंने अधिकारियों को लोगों के लिए आवश्यक खाने का सामान, पीने का पानी और रात के समय प्रकाश करने के लिए सोलर लाइट का तुरंत प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने जानकारी दी कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों की प्रशासन, सेना और सरकार द्वारा हर संभव मदद की जा रही है और गांवों में एयरफोर्स की सहायता से राशन भी पहुंचाया जा रहा है।
करनाल जिले के इंद्री क्षेत्र के गांवों में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सबसे पहले बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा और प्रभावित क्षेत्र से निकासी पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि जिन-जिन गांवों में पानी भरा हुआ है, उन गांवों की 24 घंटे मॉनिटरिंग करें। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित लोगों को नाव से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए और जहां नाव नहीं जा सकती, वहां से हेलीकॉप्टर से लिफ्ट करके लाया जाए।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि करनाल में यमुना नदी में दो जगह और पानीपत में एक जगह तटबंध टूटा है। उन्होंने कहा कि तीनों जगहों पर युद्ध स्तर पर बांधों को दुरुस्त करने का कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि यमुना नदी का प्रभाव कृषि भूमि पर अधिक देखने को मिला है और बांधों की मरम्मत के बाद नुकसान का आंकलन किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल यमुना का जल स्तर करीब डेढ मीटर कम हुआ है, जो कि थोड़ी राहत की बात है। डिप्टी सीएम ने कहा कि बाढ़ के कारण मंगलवार शाम तक सवा लाख एकड़ फसल प्रभावित होने का अनुमान प्राप्त हुआ और आंकलन अभी जारी है। है। उन्होंने कहा कि जहां फसल, पशुओं और मकानों को नुकसान पहुंचा है, उनकी रिपोर्ट तैयार करने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे दिए गए है।
शाहाबाद शहर में जेजेपी विधायक रामकरण काला के साथ जायजा लेने के बाद उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि मारकंडा नदी में जलस्तर बढ़ने से शाहाबाद की आबादी क्षेत्र में जलभराव हुआ है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की सहायता के लिए प्रशासन निरंतर काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोग भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लोगों की मदद कर रहे है।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि शाहाबाद शहर में करीब दो फीट पानी नीचा आया है। अंबाला में टांगरी, नरवाना ब्रांच नदी टूटने से प्रभावित हुए क्षेत्रों में भी अब करीब चार फीट पानी नीचे उतरा है। उन्होंने कहा कि पानी का स्तर कम होना सकारात्मक है और भगवान से प्रार्थना है कि हिमाचल में और बारिश न हो। अगर अगले 48 घंटे बारिश नहीं होती है तो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को वापस यथास्थिति पर लाने का हमारा पूरा प्रयास रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि बरसाती पानी का बहाव सिरसा जिला की तरफ बढ़ने की सम्भावना है , नुकसान से बचाव के लिए अधिकारियों को अभी से दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं।