
जाखड़ ने बाढ़ आपदा से निपटने के लिए पंजाब को 218.40 करोड़ रुपये की आपातकालीन निधि जारी करने और प्राकृतिक आपदाओं के लिए दिशानिर्देशों में ढील देने के लिए प्रधान मंत्री मोदी का किया धन्यवाद।
भगवंत मान ने सरकार से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में प्रभावित लोगों की तकलीफों को कम करने के लिए तुरंत उसी तरह फंड का इस्तेमाल करने की की अपील।
Sanghol Times/चंडीगढ़/13जुलाई,2023(हरमिंदर नागपाल): बाढ़ प्रभावित पंजाब में राज्य आपदा से निपटने के लिए तत्काल धनराशि जारी करने और मौजूदा दिशानिर्देशों में ढील देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए भाजपा पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने राज्य सरकार से अपील की कि वह संकटग्रस्त लोगों तक पहुंचने में और अधिक समय बर्बाद न करे। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में फसल क्षति पर किसानों को अविलंब 20,000 प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए।
सुनील जाखड़ ने कहा कि मैं भगवंत मान से अनुरोध करता हूं कि वे बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए केंद्र द्वारा दी गई धनराशि तुरंत वितरित करें और ऐसे समय में गिरदावरी का इंतजार ना करें। जाखड़ ने जारी अपने एक बयान में कहा कि सभी को तत्काल ठोस राहत देना राज्य की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। जाखड़ ने कहा कि केंद्र सरकार ने आज देश के 22 राज्यों को भारी बारिश और संबंधित प्राकृतिक आपदाओं के मद्देनजर मौजूदा दिशानिर्देशों में ढील देते हुए तत्काल धन उपलब्ध कराने के लिए राज्यों को फंड जारी किया है, जिसमें पंजाब को इस उद्देश्य के लिए 218.40 करोड़ रुपये मिले हैं।
पंजाब सरकार से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में नागरिकों को राहत सुनिश्चित करने में किसी भी तरह की ढिलाई से बचने का आग्रह करते हुए, सुनील जाखड़ ने आज केंद्र सरकार से सभी आवश्यक सहायता का आश्वासन दिया। जाखड़ ने कहा कि वह गृह मंत्री अमित शाह ही थे, जिन्होंने पंजाब सरकार को आपदा की गंभीरता का एहसास होने से पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान से संपर्क किया और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
सुनील जाखड़ ने राज्य सरकार द्वारा जनता को प्रदान की जाने वाली राहत की धीमी गति पर अफसोस जताया और कहा कि यह पंजाब सरकार का लापरवाह और गैर-जिम्मेदाराना रवैया है जिसने राज्य के अधिकांश हिस्सों में बाढ़ की स्थिति और खराब कर दी है। भगवंत मान सरकार ने कार्रवाई करने में देरी की और राज्य के नागरिकों की जान खतरे में डाल दी। जो राज्य मशीनरी के कामकाज में एक चिंताजनक पैटर्न को दर्शाता है।
जाखड़ ने तंज कसते हुए कहा कि उस नाजुक वक्त में मुख्यमंत्री पंचकुला में वोट मांग रहे थे, जबकि पंजाब में उन्हें वोट देने वालों को उनकी सख्त जरूरत थी।