नयागांव में प्रेस क्लब द्वारा आयोजित शहीद भगत सिंह की 116 वी जयंती मनायी-अतिथियों ने शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर दी श्रध्दांजलि
Sanghol Times/संघोल टाइम्स/28-09-23/जे के बत्ता/चण्डीगढ
नयागांव- मुल्लांपुर -माजरी प्रेस क्लब के सदस्यों द्वारा नयागांव में शहीद भगत सिंह चौंक पर शहीद भगत सिंह प्रतिमा को प्रैस क्लब द्वारा स्थापित किये पूरा 1 साल हो गया । आज दिनांक 28 सितम्बर दिन वीरवार को शहीद भगत सिंह की 116 वीं जयंती मनाई गयी गई । इस मौके पर चंडीगढ़ दिनभर न्यूज़ के संपादक उदयवीर, संजीव महाजन, धिरेन्द्र दीक्षित, नायगांव थाना प्रभारी कुलवंत सिंह, नगर कौंसिल प्रधान नयागांव बलविंदर कौर नगर काउंसिल नयागांव के कार्यकारी अधिकारी रवी कुमार जिंदल,सैनेटरी इंसपैक्टर संतोष वर्मा, अभिमन्यू नन्दराजोग, बहनजी सवीत्री देवी, जे पी सिंह संपादक संघोल टाइम्स, दैनिक जागरण के विरेन्द्र रावत, पंजाबी जागरण के सतविन्द्र सिंह धडाक सहित हजूरा सिंह बबला, कांता शर्मा, मीना वर्मा, पार्षद हरमेश नटटू,समाज सेवक गुरध्यान सिंह, बी.जे .पी के नरेश कुमार आदि मौजूद | विशेष अतिथी जगदीश सिंह जो कि हु- ब- हू भगत सिंह जैसे दिखते है भी मौजूद रहे | प्रैस क्लब के प्रधान जेके बत्ता ने कहा हमारे प्रैस क्लब के सदस्य हर साल उनके क्लब द्वारा शहीद भगत सिंह की जयंती मनाकर उनको श्रधांजलि दी जाती हैं | इस वर्ष भी धूम -धाम से मनाई गई है | इस अवसर पर सभी ने शहीद भगत सिंह को फूल माला अर्पित कर नमन किया | थाना प्रभारी कुलवंत सिंह ने शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर पुश्प अर्पित करने के बाद कहा कि हमने पंजाब को नशा मुक्त बनाना है इस लिये सभी युवको अपील की जाती है कि वह नशे से दूरी बनाइ रखें । क्लब के प्रधान जेके बत्ता और जगदीश उर्फ भगत सिंह ने कहा शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह को आज पूरा देश उनकी 116वीं जयंती पर याद कर रहा है | कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि गणों ने शहीद-ए-आजम को श्रद्धांजलि दी | जगदीश भगत सिंह ने कहा ‘शहीद भगत सिंह’ को उनकी जयंती पर स्मरण कर रहा हूं |भारत की स्वतंत्रता के लिए उनका बलिदान और अटूट समर्पण पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा | साहस के प्रतीक, वह हमेशा न्याय और स्वतंत्रता के लिए भारत की अथक लड़ाई का प्रतीक रहेंगे | मंच संचालन बलवंत सिंह गिल द्वारा बखूबी किया गया । बता दें कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को पाकिस्तान के पंजाब में स्थित लयालपुर के बांगा गांव के एक सिख परिवार में हुआ था | भगत सिंह को जब फांसी दी गई थी, तो उनकी उम्र महज 23 वर्ष थी. उनकी शहादत के बाद देशवासियों ने आजादी की लड़ाई में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था | इसके बाद प्रैस क्लब द्वारा सभी को लडडू व बिस्किट बांटे गये । सहयोगी पत्रकारों में अजीत झा, मनन, रवी कुमार, चिरंजीव राजू वर्मा, राजेश कुमार, संदीप सोनू, रविन्द्र भाटिया, अतुल अरोरा, तरसेम शर्मा, संजीव मलिक तथा सतनाम सिंह सत्तू सहित चण्डीगढ दिनभर की टीम ने सहयोग दिया ।