
कर्मचारियों की मांगों प्रति अड़ी हुई मान सरकार लोगों को परेशान कर रही है – बलबीर सिद्धू
राज्य को आर्थिक नुकसान पहुंचा रही है
‘सरकार को कर्मचारियों की मांगों को तुरंत स्वीकार करना चाहिए ताकि लोगों का काम एक महीने के लिए रोका गया तो किया जा सकता है’
Sanghol Times/एसएएस नगर/12 दिसंबर, 2023 – वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने आज यहां कहा है कि भगवंत मान सरकार अपनी जायज मांगों के लिए संघर्ष कर रहे कार्यालय कर्मियों की मांगों के प्रति अड़ियल रवैया अपना रही है। करीब एक माह से लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।बर्बादी के साथ-साथ राज्य को आर्थिक नुकसान भी पहुंचा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को इन कर्मचारियों की मांगों को तुरंत स्वीकार करना चाहिए ताकि लोगों का पिछले एक महीने से रुका हुआ काम पूरा हो सके. खासकर तहसीलों के दफ्तरों में कामकाज पूरी तरह से ठप होने से लोग निराश हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो रही है, नामांतरण नहीं हो रहा है, लोगों को अष्टाम का कागजात नहीं मिल रहा है और किसी को जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा रहा है । उन्होंने आगे कहा कि बड़ी संख्या में पंजाबी जो विदेशों से अपनी जमीन-जायदाद का काम करवाने आए हैं, उन्हें बिना काम कराए वापस जाने की चिंता सता रही है ।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार की हठधर्मिता के कारण कर्मचारियों और आम लोगों को परेशानी हो रही है। सरकार को रजिस्ट्रियों की फीस, ऑक्टेव की बिक्री और अन्य सेवाओं से रोजाना करोड़ों रुपये की आय का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि आमदनी ठप होने से हालात ऐसे हो गए हैं कि सरकार को अपने रोजमर्रा के खर्चों के लिए भी हर महीने कर्ज लेना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष की चल रही तीसरी तिमाही के दौरान सरकार ने 14700 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है।
श्री सिद्धू ने कहा कि भगवंत मान सरकार की दोषपूर्ण नीतियों के कारण न केवल कर्मचारी बल्कि पंजाब के लोग भी परेशान हैं। पंजाब को भी नुकसान हो रहा है, अर्थव्यवस्था भी चरमरा रही है. उन्होंने कहा, ”सरकार अपना भला करने के लिए बाहरी राज्यों के अखबारों में विज्ञापन देकर हर दिन करोड़ों रुपये बर्बाद कर रही है. यह पैसा हमारे कर्मचारियों को दिया जाना चाहिए था ताकि उनकी मेहनत और लगन से काम करने से लोगों के दफ्तरों में अव्यवस्था रुके और सरकार की आय भी बढ़े.” कांग्रेस नेता ने कहा कि आज के अखबारों में छपी खबर के मुताबिक अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने दो दिन पहले घर बैठे 42 सेवाओं का लाभ लेने की योजना शुरू की थी। योजना को लेकर किए गए बड़े-बड़े दावों की पहले ही दिन हवा निकल गई जब ऑनलाइन सिस्टम ही काम नहीं कर सका। उन्होंने कहा कि जब कार्यालयों में कर्मचारी ही नहीं होंगे तो ऐसी योजनाओं से लोगों को कोई लाभ नहीं हो सकता है।
श्री सिद्धू ने कहा कि संघर्षरत कर्मचारियों की मांगें सही और योग्य हैं, जिन्हें लोगों को तुरंत स्वीकार करना चाहिए एक महीना। शेष जलन को समाप्त किया जाना चाहिए।