सरकार का मानसून सत्र विफल साबित हुआ – कांग्रेस
प्रताप सिंह बाजवा ने कहा मेरे सवालों को टाला, पंजाब के मुद्दों पर नहीं हुई कोई चर्चा
श्री-फतेहगढ़-साहिब/संघोल-टाइम्स/04 सितंबर 2024 (मलकीत सिंह भामियां) पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र बुधवार को समाप्त होते ही विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने निराशा व्यक्त की कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और संबंधित मंत्री महत्वपूर्ण मुद्दों पर सार्थक चर्चा करने में विफल रहे हैं। प्रेस बयान जारी करते हुए प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। फिरोजपुर में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। ऐसा लगता है कि पंजाब गैंगलैंड बन गया है और ऐसे अपराध लगभग हर दिन हो रहे हैं। हालाँकि, पंजाब के मुख्यमंत्री – गृह मंत्री भगवंत मान के पास इस मुद्दे पर चर्चा करने का समय नहीं था। सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री भगवंत मान का व्यवहार सामान्य व्यक्ति से बिल्कुल अलग था। ऐसा लग रहा था कि उन्होंने अपना होश खो दिया है, बाजवा ने कहा । ऐसे में कोई कैसे चर्चा कर सकता है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि उस दिन विधानसभा में ये कैसा बिल लाए जिसमें प्लॉट तो वैध बता दिए गए लेकिन कॉलोनियां अवैध ही रहीं। उन्होंने कहा कि नशे की बढ़ती समस्या पंजाब के युवाओं के लिए प्रमुख खतरों में से एक है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए समय सीमा तय की है। बाजवा ने कहा कि विधानसभा सत्र में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पंजाब दिवालियापन की ओर बढ़ रहा है। आप सरकार के पास सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने के लिए धन नहीं है। वित्त वर्ष 2024 के अंत तक पंजाब का बकाया कर्ज 3.74 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। फिर भी पंजाब की बिगड़ती आर्थिक स्थिति पर कोई चर्चा नहीं हुई। प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि सत्र के दौरान बेरोजगारी, युवाओं का पलायन, किसानों की नई कृषि नीति की मांग जैसे मुद्दों पर चर्चा कैसे नहीं हुई।
