मीत हायर ने प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग के पुनर्निर्माण की योजना को ठीक किया
भगवंत मान सरकार सरकारी विभागों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध
नई तकनीक की मशीनें खरीदकर सरकारी प्रेस के जीर्णोद्धार पर जोर
SangholTimes/चंडीगढ़/16 दिसंबर,2022 –
सरकारी विभागों को मजबूत करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी मंत्री गुरमीत सिंह मीत हायर ने पिछली सरकारों द्वारा नजरअंदाज किए गए प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं. नई मशीनें क्रय करते समय यह सुनिश्चित किया जाए कि समस्त सरकारी विभागों एवं संस्थाओं का मुद्रण कार्य शासकीय मुद्रणालय से ही हो।
विभाग की उच्च स्तरीय बैठक में आज यहां मीत हायर ने कहा कि आधुनिक युग में छपाई की नई तकनीकों के आविष्कार के साथ नई मशीनरी की जरूरत है, जिसके लिए विभाग को पटियाला स्थित सरकारी प्रेस के लिए नई हाई टेक्नोलॉजी मशीनें खरीदनी चाहिए। और एसएएस नगर।
छपाई के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए अगले बजट सत्र में अत्याधुनिक मशीनों के अलावा 1.40 करोड़ रुपये की राशि से मल्टीकलर डिजिटल मशीन और ऑफसेट मशीन खरीदी जानी चाहिए। उन्होंने विभाग के पुनर्गठन की योजना को हरी झंडी देते हुए कहा कि जरूरत के हिसाब से तकनीकी विशेषज्ञों की भर्ती की जाए.
मीटिंग में यह भी फ़ैसला किया गया कि पटियाला में सरकारी प्रेस की ज़मीन ओयूवीजीएल योजना के तहत पुडा को हस्तांतरित की जाए और इसके एवज में पुडा पटियाला प्रेस बिल्डिंग में नई मशीनें लगाने के लिए फ़ंड देने का प्रस्ताव तैयार करेगा और एस.ए.एस. एस.ए.एस. में प्रेस भवन के जीर्णोद्धार के अलावा नगर प्रेस भवन। नगर और पटियाला में कुछ क्वार्टर, 3 एकड़ जमीन और प्रेस भवन।
मीटिंग के दौरान यह भी फ़ैसला किया गया कि देश के अन्य राज्यों, जिनमें प्रिंटिंग और स्टेशनरी विभाग बेहतर काम कर रहा है, की सर्वोत्तम प्रथाओं का अध्ययन करके पंजाब में लागू किया जाए। मीत हायर ने कहा कि विभाग का सारा काम प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी मैनुअल-1975 के प्रावधानों के अनुसार होना चाहिए, लेकिन आधुनिक युग में प्रेस और तकनीक का आधुनिकीकरण काफी आगे बढ़ चुका है, जिसके लिए मैनुअल को अपडेट करने की सख्त जरूरत है। इसके अलावा, एक इंटरैक्टिव वेबसाइट बनाई जानी चाहिए।
बैठक में प्रमुख सचिव मुद्रण एवं लेखन सामग्री वीके मीणा, नियंत्रक पुनीत गोयल और अपर नियंत्रक आनंद सागर भी उपस्थित थे.