पीआईबी के सहयोग से राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान “ओडीओपी-डीईएच संपर्क” का शुभारंभ
Sanghol Times/जालंधर/PIB/03.02.2023 –
ओडीओपी-डीईएच (एक जिला – एक उत्पाद – निर्यात हब के रूप में जिला अभियान) इन्वैस्ट इंडिया, डीपीआईआईटी, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, दिल्ली द्वारा शुरू किया गया एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान है। इसी पहल के अन्तर्गत उद्योग विभाग पंजाब के सहयोग से आज जालंधर में निर्माताओं, कारीगरों, राज्य सरकार के अधिकारियों, पत्रकारों के साथ जागरूकता अभियान के बारे में चर्चा की गई। यह पंजाब में पहला जिला स्तरीय स्थानीय उत्पाद प्रचार कार्यक्रम था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर महानिदेशक (उत्तर), सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत श्री राजिंदर चौधरी, अतिरिक्त जिलाधीश मेजर (डॉ.) अमित महाजन ने डीसी कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में की।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सहयोग से ओडीओपी टीम देश भर में अखिल भारतीय ‘ओडीओपी संपर्क-मीडिया कार्यक्रम’ आयोजित करने के लिए पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) का सहयोग ले रही है।
यह प्रयास सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के विकास को प्रोत्साहन देने और स्वदेशी उत्पादों के विकास का समर्थन करने के लिए भारत सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा है। ओडीओपी-डीईएच के लिए राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान का उद्देश्य एमएसएमई की आर्थिक स्थिति में सुधार करना और स्थानीय स्तर पर तैयार ( उत्पादित) उत्पादों की खपत को बढ़ावा देना है।
इसके तहत ओडीओपी-डीईएच के तहत उद्योगपतियों, कारीगरों, व्यापारियों और विभिन्न क्षेत्रों के लाभार्थियों को एक साथ लाया जाता है। ओडीओपी-डीईएच टीम इन हितधारकों के साथ लगातार संपर्क में रहते हुए, उनको उत्पादों पर अपडेट और सरकार से उपलब्ध सहायता और योजनाओं पर मार्गदर्शन प्रदान करती रहती है।
ओडीओपी-डीईएच टीम के ईशदीप सिंह ने इस अभियान के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होंने भारत के अनूठे उत्पादों के लिए एक मजबूत ब्रांड स्थापित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा की जा रही विभिन्न पहलों के बारे में जानकारी भी सांझा की। ओडीओपी टीम की दीपांगना सिंघी और प्रेरणा पर्यासी ने पंजाब के विभिन्न जिलों के विक्रेताओं के साथ बातचीत की और इस अभियान के लाभों के बारे में जानकारी सांझा की।
ओडीओपी-डीईएच ने इस बात पर जोर दिया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक जिले में उपलब्ध अनूठे उत्पादों के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करना और उनके उपयोग को प्रोत्साहित करना है।
ओडीओपी-डीईएच अभियान के तहत पंजाब के उत्पाद वैश्विक मंच पर पहुंच गए हैं। जहां वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम, दावोस में जालंधर के खेल उपकरणों के एआर वीडियो दिखाए गए। इसके अलावा क्रोएशिया, अर्जेंटीना और उरुग्वे में भारतीय दूतावासों को भी खेल उपकरण भेजे गए।
ओडीओपी-डीईएच उत्पाद के दौरान पंजाब से भविष्य के लिए जिन बिंदुओं पर चर्चा की गई है, वे इस प्रकार हैं:
– होशियारपुर को लकड़ी पर जड़ाई के कुशल श्रमिकों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।
– जीआई पेवेलियन, आईआईटीएफ में फूलों की खेती को बढ़ावा देना
– पंजाब से दुनिया भर में ओडीओपी – डीईएच उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए बेहतर मार्केटिंग और ब्रांडिंग।
– चैंपियंस (शीर्ष 15 क्षेत्रों) और मेक इन इंडिया 2.0 की सूची में खेल के सामान को शामिल करना।
– एनआईडी, आईआईपी से प्रशिक्षण कार्यशालाएं काफी मदद कर सकती हैं।
– कृषि उत्पादों को और बढ़ावा दिया जा सकता है और पंजाब में अन्य जगहों पर प्रयोगशालाओं की आवश्यकता के बारे में जानकारी प्राप्त की गई।
मेजर डॉ. अमित महाजन, एडीसी (जनरल) जालंधर ने ओडीओपी-डीईएच अभियान की सराहना की। उन्होंने बताया कि कैसे ओडीपी-प्लेटफॉर्म उत्पादकों, किसानों, कारीगरों और उद्योगपतियों को उनकी क्षमताओं का एहसास कराने के लिए सुविधाएं और मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है।
श्री राजिंदर चौधरी, अतिरिक्त महानिदेशक (उत्तर), सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार ने विक्रेताओं को उत्पादों की मांग पैदा करने के लिए सोशल मीडिया की शक्ति का उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कारीगरों के प्रशिक्षण की आवश्यकता और कुशल श्रमिकों की सफलता की कहानियों की व्यापक कवरेज की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
इस मौके पर श्री रविंदर गर्ग, उप निदेशक उद्योग और वाणिज्य पंजाब, डॉ. दीप सिंह गिल, महाप्रबंधक डीआईसी। जालंधर और श्री मनजीत लाली, सहायक, निदेशक डीआईसी जालंधर और श्री स्टीफन सलेम, इन्वेस्ट पंजाब भी उपस्थित थे।
अधिकारियों ने केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकार द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों के बारे में मीडिया को अवगत कराया।
आयोजन के लिए श्री महेश खन्ना, जे.टी. निदेशक उद्योग और वाणिज्य पंजाब, अंकुर गोयल, सहायक निर्देशक उद्योग और वाणिज्य पंजाब, पीएसआईईसी अधिकारियों और जीएमडीआईसी पंजाब द्वारा सहायता प्रदान गई । <><>