राज्य द्वारा धान की पराली जलाने की घटनाओं को 50 फ़ीसदी तक कम किया जायेगा : जंजूआ
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के अध्यक्ष डॉ. कुट्टी ने धान के अवशेष के प्रबंधन पर उच्च स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता की
Sanghol Times/चंडीगढ़/07फरवरी,2023
पंजाब के मुख्य सचिव विजय कुमार जंजूआ ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सी. ए. क्यू. एम.) को भरोसा दिलाया है कि राज्य की तरफ से 2022 के मुकाबले धान की पराली जलाने की घटनाओं में 50 प्रतिशत कमी लाई जायेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार वायु प्रदूषण के साथ प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हर संभव यत्न कर रही है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के अध्यक्ष डॉ. एम. एम. कुट्टी की अध्यक्षता अधीन राज्य के सीनियर अधिकारियों और सभी डिप्टी कमिशनरों के साथ हुई मीटिंग के दौरान पंजाब में आगामी खरीफ की फ़सल के कटाई सीजन सम्बन्धी धान की पराली के प्रबंधन के लिए योजना पर चर्चा की गई।
डिप्टी कमिशनरों ने अध्यक्ष को राज्य में धान की पराली के प्रबंधन के लिए राज्य सरकार की तरफ से उठाये गये कदमों के बारे अवगत करवाया। डा. एम. एम. कुट्टी ने पंजाब की तरफ से पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए उठो गये कदमों पर संतुष्टि जतायी और इन घटनाओं में 30 प्रतिशत कमी आने पर राज्य को बधाई दी। उन्होंने समूह डिप्टी कमिशनरों को 2023 के लिए आगामी कार्य योजनाएँ तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस सम्बन्धी शानदार कारगुज़ारी करने वाले सम्बन्धित जिलों विशेष तौर पर डिप्टी कमिश्नर लुधियाना और मालेरकोटला की सराहना की।
मुख्य सचिव श्री जंजूआ ने पराली प्रबंधन के लिए राज्य सरकार की तरफ से की गयी पहलकदमियों को उजागर किया जिसमें एक्स-सीटू उद्योगों के मुद्दों को हल करना, फ़सली विभिन्नता को उत्साहित करना और पराली के मौके पर प्रबंधन के लिए उचित मशीनें मुहैया करवाना शामिल है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देशों पर राज्य सरकार धान की पराली को पशुओं के चारे के तौर पर बरतने, कपास की फ़सल और धान की कम समय वाली किस्म की बुवाई को उत्साहित करने के लिए यत्न कर रही है। उन्होंने कहा कि फील्ड अधिकारी इस मुद्दे को हल करने के लिए समर्थ हैं और पूरे जोश और उत्साह से काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार की तरफ से किसानों को धान की पराली को आग लगाने के कारण पड़ते बुरे प्रभाव और विशेष तौर पर ज़मीन की उपजाऊ शक्ति पर पड़ने वाले बुरे प्रभावों के बारे जागरूकता मुहिम भी चलाई जा रही है।
मीटिंग के दौरान वायु गुणवता प्रबंधन आयोग के सदस्य-सचिव अरविंद नौटियाल ने धान की पराली के इन सीटू और एक्स सीटू प्रबंधन के बारे पेशकारी दी।
पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन प्रो. आदर्श पाल विग ने वायु प्रदूषण को रोकने के लिए बोर्ड की तरफ से उठाये गये कदमों के बारे जानकारी दी।
मीटिंग में प्रमुख सचिव बिजली तेजवीर सिंह, प्रमुख सचिव कृषि और पर्यावरण सुमेर सिंह गुर्जर, बोर्ड के मैंबर सचिव जी. एस. मजीठिया और समूह डिप्टी कमिश्नर उपस्थित थे।
इस मौके पर मुख्य सचिव श्री जंजूआ की तरफ से डॉ. कुट्टी और श्री नौटियाल का सम्मान किया गया
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