
ट्रैफिक लाइटें न जलने से खरड़ से गुजरने वाले लोग परेशान हो रहे हैं
खट्रैफिक लाइटें न जलने से खरड़ से गुजरने वाले लोग परेशान हो रहे हैं
Sanghol Timrs/खरड़/ 08दिसंबर (शमिंदर सिंह)
करोड़ों रुपये की लागत से बलौंगी से खानपुर तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक फ्लाईओवर बनाया गया था, लेकिन शहरवासियों को इससे कोई खास फायदा नहीं हुआ और फ्लाईओवर के नीचे से गुजरने वाले वाहन अक्सर सनी एन्क्लेव गिल्को वैली में फंस जाते थे।
निझर चौक पर घंटों जाम में गाड़ियां फंसी देखी जा सकती हैं. स्थानीय प्रशासन के प्रयास से जाम की समस्या से निपटने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सहयोग से कुछ स्थानों पर ट्रैफिक लाइटें लगाई गईं। करीब एक महीना बीत जाने के बावजूद इस मामले में प्रशासन की ढिलाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं.स्थानीय बुद्धिजीवियों का कहना है कि कई साल पहले नगर परिषद ने हजारों रुपये खर्च कर खरड़ बस स्टैंड चौक और भुरूवाला चौक पर ट्रैफिक लाइट लगवाई थीl लेकिन आज उन ट्रैफिक लाइटों का कोई नामोनिशान नहीं है और पुराने समय में ट्रैफिक लाइटें सुचारू रूप से काम नहीं करती थीं । उस समय भी यह ट्रैफिक लाइट सफेद हाथी बनी हुई थीं। भाजपा मंडल 2 खरड़ के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि खरड़ शहर में विकास कार्यों को लेकर प्रशासन की ढिलाई ने लोगों की परेशानियां कम करने की बजाय बढ़ा दी हैं। खरड़ बस स्टैंड, सन्नी निझर चौक, गिल्को वैली चौक जैसे चौराहों पर ट्रैफिक लाइटें लगाने को करीब एक महीना बीत जाने के बाद भी ट्रैफिक लाइटें चालू न होने से सरकार और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना स्वाभाविक है। ट्रैफिक लाइटों को लेकर की जा रही ढीली कार्रवाई कहीं भविष्य में पहले की तरह सफेद हाथी न बन जाए और सिर्फ कंपनी या नेताओं और संबंधित विभागीय अधिकारियों को ही जनता को लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़े। स्पीकर ने प्रशासन व सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द ट्रैफिक लाइटों को सुचारू रूप से संचालित किया जाये.