छात्रों को लैंगिक मुद्दों के रचनात्मक समाधान तलाशने के लिए किया प्रोत्साहित
एसडी कॉलेज में ‘इनोवेशन, टेक्नोलॉजी एंड पॉलिसी फॉर जेंडर एम्पॉवरमेंट’ पर सत्र का आयोजन
Sanghol Times/Harminder Nagpal/13.02.2024 चंडीगढ़ – सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज की ओर से मंगलवार को जेंडर चैंपियंस क्लब की ओर से इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के सहयोग से ‘इनोवेशन, टेक्नोलॉजी एंड पॉलिसी फॉर जेंडर एम्पॉवरमेंट’ विषय पर सहयोगात्मक सत्र का आयोजन किया गया। सत्र में सात समर्पित स्वयंसेवक एक साथ आए जिन्होंने जेंडर एम्पॉवरमेंट से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर व्यावहारिक चर्चाएँ प्रस्तुत कीं। छात्रों ने महिलाओं और डिजिटल सुरक्षा, तकनीकी क्षेत्र में एलजीबीटीक्यूएआई अधिकार, पुरुषों के खिलाफ भेदभावपूर्ण नीतियां, जेंडर एम्पॉवरमेंट में नए मीडिया की भूमिका, महिला उद्यमिता का उदय जैसे विभिन्न विषयों पर व्यावहारिक प्रस्तुतियाँ दीं। श्रेया सुमन और अखिल गर्ग को उनकी प्रस्तुति के लिए क्रमशः प्रथम और द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जबकि बानी बख्शी को सांत्वना पुरस्कार मिला।
जीजीडीएसडी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने कहा कि हमें गर्व है कि कॉलेज के छात्र इनोवेशन, टेक्नोलॉजी और पॉलिसी के साथ लैंगिक मुद्दों के अंतर्संबंध की खोज कर रहे हैं। उन्होंने छात्रों को समाज में व्याप्त लैंगिक मुद्दों के रचनात्मक समाधान तलाशने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य न केवल छात्रों को शिक्षित करना था, बल्कि उन्हें समाज में सशक्त संवाद का नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाना भी था। कार्यक्रम का आयोजन जीसीसी प्रभारी डॉ. दिव्य ज्योति रणदेव, आईआईसी समन्वयक, डॉ. विक्रम सागर, आईआईसी अंबैसडर गुरजीत कौर और डॉ. श्रुति शर्मा द्वारा किया गया था। कार्यक्रम को डॉ. रिंकू कालिया और डॉ. मीनू गुप्ता ने जज किया।
छात्रों को बताया गया सार्थक लक्ष्य कैसे निर्धारित करें
जीजीडीएसडी कॉलेज के पीजी डिपार्टमेंट आफ इँफॉरमेशन टेक्नोलाजी के फीनिक्स क्लब की ओर से मंगलवार को “जीवन लक्ष्य: निर्धारण एवं उपलब्धियाँ” विषय पर एक लेक्चर का आयोजन किया गया। लेक्चर डॉ. रविंदर सिंह, पीएमओ, लंदन यूके द्वारा दिया गया। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने डॉ.सिंह का स्वागत करते हुए कहा कि जीवन लक्ष्य निर्धारण एवं उपलब्धियां वर्तमान समय में विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी विषय है। डॉ.सिंह ने बताया कि सार्थक लक्ष्य कैसे निर्धारित करें और अपने कार्यों की योजना कैसे बनाएं जो उन्हें उस लक्ष्य के करीब ले जाएं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लक्ष्यों और प्रयासों का उचित संरेखण आवश्यक है और हमारी कमजोरियों का ज्ञान महत्वपूर्ण है।