नसों की ब्लॉकेज खोलने के लिए हल्दी अदरक और योगा डॉ. अर्चिता महाजन
स्मोकिंग, अधिक मात्रा में शराब पीना, डायबिटीज, कोलेस्ट्रोल बढ़ना, तनाव, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, ब्लॉकेज के कारण बनते हैं


Sanghol Times/बटाला/संघोल टाइम्स/ब्यूरो – डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डाइटिशियन एवं चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एवं ट्रेड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार एवं पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि योग द्वारा बंद नसों को खोला जा सकता है। पश्चिमोत्तानासन भुजंगासन अनुलोम-विलोम और धनुरासन ब्लॉकेज दूर करने में काफी मदद करते हैं – हार्ट ब्लॉकेज में अनुलोम-विलोम योगासन करें। इससे कोलेस्ट्रोल नियंत्रित रहता है। इससे पेट मजबूत होता है। कब्ज की समस्या नहीं होती.धनुरासन – इस आसन को करने से भी आपके दिल की ब्लॉक नसें ढीली पड़ेंगी। यह भी आपके कोलेस्ट्रोल लेवल को मेंटेन करेगा। इससे हार्ट अटैक का रिस्क कम होता है। स्मोकिंग, अधिक मात्रा में शराब पीना, डायबिटीज, कोलेस्ट्रोल बढ़ना, तनाव, मोटापा,हाई ब्लड प्रेशर, इन सबसे नसों में गंदगी जमा हो सकती है, जिससे नसों में ब्लॉक आ जाती है। नसों के ब्लॉक होने पर आपको हमेशा हार्ट स्ट्रोक का खतरा बना रहता है। इससे आपके ब्रेन तक जाने वाली नसें जाम हो जाती है और ब्लड सर्कुलेशन में भी कमी आ सकती है। ऑक्सीजन के अभाव में मस्तिष्क की कोशिकाओं को काफी नुकसान पहुंचता है। जिससे आपको हमेशा थकान और कमजोरी की समस्या हो सकती है।नसें ब्लॉक होने पर सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है. ब्लॉकेज के कारण नसों में गंदगी जमा हो जाती है, जिस वजह से ब्लड फ्लो कम हो जाता है और शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है. इससे आपको सांस लेने में तकलीफ हो सकती है.हल्दी में मौजूद कुरकुमिन में भी खून पतला करने वाले गुण होते हैं। यह तत्व नसों की अंदरुनी परत को मजबूत बनाता है। जिससे अगर नस के अंदर कोई ब्लॉकेज है, तो वो भी आसानी से घुल जाएगी। वहीं, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी नहीं होती।ReasearchGate पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक अदरक के अंदर सैलिसाइलेट एसिड होता है और इसी से Acetyl Salicylic Acid यानी खून पतला करने वाली दवाएं बनाई जाती हैं। ब्लॉक नसों के लक्षण दिखते ही इलाज करने के लिए अदरक को शुगर-फ्री चाय में मिलाकर या खाने में डालकर खाया जा सकता है। डॉ अर्चिता महाजन रोज सुबह 10 00 बजे से 12 00 बजे तक सेवा भारती सेवा धाम कपूरी गेट और दोपहर बाद 3 00 बजे से 5 00 बजे तक मंदिर श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ हंसली ब्रिज बटाला ( सरपरस्ती अधीन भगत श्री कुणाल जी) क्लीनिक में सेवा में उपलब्ध है।
