
मुख्य मंत्री ने पेड़ों की छांव में बैठकर पंजाब के लोगों से की बातचीत
समराला और लिबड़ा में लोगों से मिले मुख्य मंत्री
रंगला पंजाब बनाने के लिए लोगों से लिए मूल्यवान सुझाव
समराला/लिबड़ा (लुधियाना) Samrala/ Libra (Ludhiana)SANGHOL -TIMES/JAGMEET-SINGH/July 27,2025:: 27 जुलाई- पिछली सरकारों की लोगों से दूरी बनाए रखने की सोच के विपरीत, मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान ने आज गांवों के लोगों के साथ पेड़ों की छांव में बैठकर बातचीत की और ‘रंगला पंजाब’ बनाने के लिए उनके महत्वपूर्ण सुझाव लिए, साथ ही उन्हें अपनी सरकार की प्रमुख पहलों के बारे में जानकारी दी।
लोगों के साथ ये मुलाकातें सभी सरकारी प्रोटोकॉल से हटकर आत्मीयता की भावना से भरी थी। इस दौरान मुख्य मंत्री ने लोगों के बीच जाकर उनसे बातचीत की और सरकार के कामकाज के बारे में उनकी राय ली। लोगों ने भी मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के साथ खुलकर बात की और अपने विचार साझा किए। मुख्य मंत्री और लोगों के बीच बातचीत के इन पलों में दोस्ती और सद्भावना चरम पर दिखाई दी, क्योंकि मुख्य मंत्री ने राज्य के राजनीतिक, सामाजिक और अन्य मुद्दों पर लोगों के साथ भावनात्मक तालमेल बनाया।
मुख्य मंत्री ने कहा कि जब उन्होंने पद संभाला था, तब सिंचाई के लिए नहरी पानी का केवल 21 प्रतिशत उपयोग हो रहा था, लेकिन अब यह आंकड़ा बढ़कर 63 प्रतिशत हो गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के ठोस प्रयासों के कारण पहली बार नहरों और नदियों का पानी राज्य के टेलों पर बसे गांवों तक पहुंचा है। भगवंत सिंह मान ने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने पंजाब के जल संसाधनों को अन्य राज्यों की ओर मोड़ने के प्रयासों को पूरी तरह विफल कर दिया है।
मुख्य मंत्री ने किसानों को बताया कि अक्टूबर में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण किसानों को धान की फसल बेचने में होने वाली परेशानियों से बचाने के लिए राज्य सरकार ने धान की बुआई का सीजन 1 जून से शुरू करने की अनुमति दी थी। उन्होंने कहा कि राज्य में उचित योजना और प्रबंधन के साथ धान की फसल की जोन-स्तर पर खेती को सुनिश्चित किया गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस बुआई विधि को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए राज्य को जोनों में बांटा गया और चरणबद्ध तरीके से धान की बुआई की तारीखों की जल्द से जल्द घोषणा की गई, ताकि किसान इसका लाभ उठा सकें।
मुख्य मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने पंजाब में धान की बुआई की तारीखें पहले करने के साथ-साथ केंद्र सरकार से धान की खरीद 15 दिन पहले शुरू करने की अपील भी की है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय खाद्य मंत्री को फोन कर अनुरोध किया है कि अब धान की खरीद 15 सितंबर से शुरू की जाए, ताकि राज्य के किसान अपनी फसल को सुचारू और परेशानी-मुक्त तरीके से बेच सकें। उन्होंने कहा कि इससे किसान मंडियों में नमी-मुक्त अनाज ला सकेंगे, जिससे फसल की सुचारू खरीद सुनिश्चित हो सकेगी।
मुख्य मंत्री ने कहा कि वह युवाओं को रोजगार देकर उनके हाथों में सिरिंज और अन्य नशों की जगह टिफिन देना चाहते हैं, ताकि वे नशों के दलदल से दूर रह सकें। उन्होंने कहा कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है, इसलिए राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रही है कि अधिक से अधिक युवाओं को नौकरियां मिलें, ताकि वे सामाजिक बुराइयों का शिकार न हों। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बेरोजगारी कई सामाजिक समस्याओं की जड़ है, इसलिए राज्य सरकार इस बीमारी को खत्म करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है और अब तक लगभग 55,000 युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान की जा चुकी हैं।
मुख्य मंत्री ने कहा कि ड्रग माफिया को पिछली सरकारों ने संरक्षण दिया था, लेकिन उनकी सरकार ने नशों के खिलाफ जंग छेड़ी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य से नशों के खात्मे के लिए एक सुविचारित योजना बनाई गई है और अब नशों के खिलाफ जंग अपने चरम पर है। उन्होंने कहा कि नशों की सप्लाई लाइन तोड़ने के अलावा, राज्य सरकार ने इस अपराध में शामिल बड़े माफियाओं को सलाखों के पीछे डाल दिया है और नशा तस्करों की संपत्ति जब्त कर नष्ट की जा रही है।
एक अन्य प्रमुख कल्याणकारी पहल को उजागर करते हुए, उन्होंने मुख्य मंत्री स्वास्थ्य योजना के बारे में बताया और कहा कि यह देश की अपनी तरह की पहली योजना है, जो पंजाब के प्रत्येक परिवार के लिए 10 लाख रुपए तक का नकद-रहित चिकित्सा उपचार प्रदान करती है। उन्होंने गर्व से कहा कि पंजाब ऐसा व्यापक स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करने वाला पहला भारतीय राज्य है, जो उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करते हुए जनता पर वित्तीय बोझ को काफी हद तक कम करेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस ऐतिहासिक कदम का उद्देश्य राज्य के सभी परिवारों को व्यापक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है।
मुख्य मंत्री ने कहा कि तीन साल तक पिछली सरकारों की गंदगी साफ करने के बाद, राज्य सरकार अब पंजाब की प्राचीन शान को बहाल करने के रास्ते पर है। उन्होंने अफसोस जताया कि पिछली सरकारों की पिछड़ी नीतियों और गलत मंशाओं के कारण राज्य विकास के मामले में पिछड़ गया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सत्ता संभालने के पहले दिन से ही उनकी सरकार ने राज्य के सर्वांगीण विकास और यहां के लोगों की खुशहाली पर ध्यान केंद्रित किया है।
मुख्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों से किए गए लगभग सभी वादों को पूरा किया है और इसके साथ ही उन गारंटियों को भी पूरा किया है, जिनका कोई वादा नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि 153 ब्लॉकों में से 117 ब्लॉकों का पानी डार्क जोन में चला गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने कभी भी भूजल को बचाने के लिए कोई प्रयास करने का संकल्प नहीं लिया और पांच नदियों की इस धरती पर टेलों पर बसे किसानों को कभी पानी नहीं मिला।
मुख्य मंत्री ने कहा कि सत्ता संभालने के बाद ‘आप’ सरकार ने राज्य में 15,947 जल मार्गों को पुनर्जनन किया है, जिसके कारण दूर-दराज के गांवों में भी पानी पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने जुलाई माह से घरों को मुफ्त बिजली प्रदान की है और 90 प्रतिशत घरों को जीरो बिजली बिल मिल रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहली बार राज्य सरकार ने किसी निजी फर्म से पावर प्लांट खरीदा है, ताकि राज्य को बिजली उत्पादन में सरप्लस बनाया जा सके।
मुख्य मंत्री ने कहा कि यह बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि राज्य सरकार ने इस थर्मल प्लांट का नाम तीसरे सिख गुरु श्री गुरु अमरदास जी के नाम पर रखा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के पास कोयले की पर्याप्त आपूर्ति और स्टॉक है, जिसके माध्यम से इन प्लांटों को कुशलतापूर्वक चलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार धान के सीजन के दौरान भी सभी वर्गों को निर्बाध और नियमित बिजली आपूर्ति प्रदान कर रही है।
राज्य में बड़े विवाह समारोह आयोजित करने के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए, मुख्य मंत्री ने कहा कि ये आम किसानों की जेब पर भारी बोझ डाल रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने सादे विवाहों की वकालत करते हुए कहा कि यह समय की मुख्य जरूरत है, ताकि किसानों को कर्ज के चक्र से बाहर निकाला जा सके। उन्होंने कहा कि बड़े विवाह समारोह आयोजित करने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि ये राज्य के किसानों को कर्ज के नीचे दबा देते हैं, जिसके कारण भविष्य में गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को अपने पड़ोसी या रिश्तेदारों की तरह बड़े विवाह समारोह आयोजित करने के दिखावे के लिए फिजूल पैसे खर्च करने की दौड़ से बाहर आना चाहिए।
मुख्य मंत्री ने किसानों को सहकारी कमेटियों से किराए पर खेती के उपकरणों का उपयोग करने की तकनीक अपनाने का आह्वान भी किया, क्योंकि यह उन्हें खेती पर होने वाले भारी खर्च को कम करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही ऐसे उपकरण खरीदने के लिए सहकारी कमेटियों को बड़ी सब्सिडी दे रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन संसाधनों का उपयोग बुद्धिमानी से किया जाना चाहिए, ताकि इन पर होने वाले खर्च को कम करके कृषि को एक लाभदायक उद्यम बनाया जा सके।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए, मुख्य मंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं को बुनियादी पंजाबी भी नहीं आती, जिसके कारण वे पंजाबी भाषा को अच्छी तरह पढ़ या लिख नहीं सकते। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सनवर और दून स्कूल से शिक्षा प्राप्त करने वाले इन नेताओं को पंजाबी बोलने में बहुत कठिनाई होती है, जिसके कारण वे लोगों से जुड़ नहीं पाते। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने राज्य में शिक्षा को अनदेखा किया, जिसके कारण लोगों ने उन्हें सत्ता से हटा दिया और नए लोगों के लिए सियासत में आने का रास्ता साफ किया।
यह दोहराते हुए कि नशों की लत को फैलाने वालों के साथ कोई हमदर्दी नहीं रखी जाएगी, मुख्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ‘ड्रग जरनैल’ को सलाखों के पीछे डाल दिया है। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा सेवा के लिए चुने गए नेताओं ने नशों के व्यापार को बढ़ने-फूलने में मदद की और इसे अपनी पूरी संरक्षण दिया, और ये नेता अपनी सरकारी कारों में नशीले पदार्थों की आपूर्ति करते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने अपने कार्यकाल के दौरान सत्ता की शक्ति का पूरा आनंद लिया और नशा तस्करों के साथ हाथ मिलाने के बावजूद किसी ने भी उन्हें छूने की हिम्मत नहीं की।
मुख्य मंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने इन नेताओं को सलाखों के पीछे डाल दिया है, क्योंकि उन्होंने नशों के कारोबार को राज्य में फैलाकर युवाओं को इस दलदल में फंसने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने पंजाब के इन गद्दारों को सबक सिखाने के लिए लोगों से पूरा समर्थन और सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि नशों के खिलाफ मुहिम की शानदार सफलता इस बात का सबूत है कि राज्य के लोग इस जंग में राज्य सरकार के साथ हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह मुहिम भविष्य में भी जारी रहेगी, ताकि पंजाब को नशों के दाग से पूरी तरह मुक्त किया जा सके।
मुख्य मंत्री ने कहा कि कृषि और किसान हमेशा उनकी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता रहे हैं और कृषि को लाभदायक व्यवसाय बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि किसानों ने यह साझा किया कि बिजली या नहरी पानी की कोई कमी नहीं है, और उन्हें निर्बाध आपूर्ति मिल रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसानों के चेहरों पर मुस्कुराहटें वापस आ रही देखकर बहुत खुशी होती है।
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IN A FIRST PEOPLE’S CM INTERACT WITH PEOPLE UNDER SHADES OF TREE
HOLDS PARLEYS WITH THE PEOPLE AT SAMRALA AND LIBRA
SEEKS VITAL INPUTS FROM THE PEOPLE TO CARVE OUT RANGLA PUNJAB
Samrala/ Libra (Ludhiana)SANGHOL -TIMES/JAGMEET-SINGH/July 27,2025:In a paradigm shift from previous regimes people’s CM (Chief Minister) Bhagwant Singh Mann on Sunday interacted with the people of the villages under shades of tree and sought their vital inputs regarding the carving out of Rangla Punjab and apprised them about key initiatives of his government.
There were no cozy sofas or the formalities of government protocol in usual meetings of the state government but there was a sense of belongingness where a Chief Minister visited the ground to open his mind with the people and get feedback from them. Likewise, the people also reciprocated and talked freely with the Chief Minister Bhagwant Singh Mann and gave their views to him. The camaraderie and bonhomie amongst the Chief Minister and people was at its peak as Bhagwant Singh Mann struck an emotional chord with them on political, social and other issues of the state.
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ਸਮਰਾਲਾ/ਲਿਬੜਾ (ਲੁਧਿਆਣਾ), Samrala/ Libra (Ludhiana)SANGHOL -TIMES/JAGMEET-SINGH/July 27,2025:ਪਿਛਲੀਆਂ ਸਰਕਾਰਾਂ ਦੀ ਲੋਕਾਂ ਤੋਂ ਦੂਰੀ ਬਣਾ ਕੇ ਰੱਖਣ ਦੀ ਸੋਚ ਦੇ ਉਲਟ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨੇ ਅੱਜ ਪਿੰਡਾਂ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਨਾਲ ਰੁੱਖਾਂ ਦੀਆਂ ਛਾਂਵਾਂ ਹੇਠ ਬੈਠ ਕੇ ਗੱਲਬਾਤ ਕਰਦਿਆਂ ‘ਰੰਗਲਾ ਪੰਜਾਬ’ ਬਣਾਉਣ ਸਬੰਧੀ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਸੁਝਾਅ ਲਏ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਆਪਣੀ ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਮੁੱਖ ਪਹਿਲਕਦਮੀਆਂ ਬਾਰੇ ਜਾਣੂ ਕਰਵਾਇਆ।
ਲੋਕਾਂ ਨਾਲ ਕੀਤੀਆਂ ਇਹ ਮੁਲਾਕਾਤਾਂ ਹਰ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਸਰਕਾਰੀ ਪ੍ਰੋਟੋਕੋਲ ਤੋਂ ਹਟ ਕੇ ਆਪਣੇਪਣ ਦੀ ਭਾਵਨਾ ਨਾਲ ਲਬਰੇਜ ਸਨ, ਜਿਸ ਦੌਰਾਨ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਲੋਕਾਂ ਵਿੱਚ ਜਾ ਕੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਗੱਲਬਾਤ ਕੀਤੀ ਅਤੇ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਕੰਮਕਾਜ ਬਾਰੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਫੀਡਬੈਕ ਲਏ। ਇਸ ਦੌਰਾਨ ਲੋਕਾਂ ਨੇ ਵੀ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨਾਲ ਖੁੱਲ੍ਹ ਕੇ ਗੱਲਬਾਤ ਕੀਤੀ ਅਤੇ ਅਤੇ ਆਪਣੇ ਵਿਚਾਰ ਸਾਂਝੇ ਕੀਤੇ। ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਅਤੇ ਲੋਕਾਂ ਵਿਚਕਾਰ ਗੱਲਬਾਤ ਦੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਪਲਾਂ ਦੌਰਾਨ ਦੋਸਤੀ ਅਤੇ ਸਦਭਾਵਨਾ ਸਿਖਰ ‘ਤੇ ਦੇਖਣ ਨੂੰ ਮਿਲੀ ਕਿਉਂਕਿ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨੇ ਸੂਬੇ ਦੇ ਰਾਜਨੀਤਿਕ, ਸਮਾਜਿਕ ਅਤੇ ਹੋਰ ਮੁੱਦਿਆਂ ‘ਤੇ ਲੋਕਾਂ ਨਾਲ ਭਾਵਨਾਤਮਕ ਤਾਲਮੇਲ ਬਿਠਾਇਆ।
ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਜਦੋਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਅਹੁਦਾ ਸੰਭਾਲਿਆ ਸੀ, ਉਸ ਸਮੇਂ ਸਿੰਚਾਈ ਲਈ ਨਹਿਰੀ ਪਾਣੀ ਦਾ ਸਿਰਫ਼ 21 ਫੀਸਦ ਵਰਤਿਆ ਜਾ ਰਿਹਾ ਸੀ ਪਰ ਅੱਜ ਇਹ ਅੰਕੜਾ ਵੱਧ ਕੇ 63 ਫੀਸਦ ਹੋ ਗਿਆ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਠੋਸ ਯਤਨਾਂ ਸਦਕਾ ਪਹਿਲੀ ਵਾਰ ਨਹਿਰਾਂ ਅਤੇ ਦਰਿਆਵਾਂ ਦਾ ਪਾਣੀ ਸੂਬੇ ਦੇ ਟੇਲਾਂ ‘ਤੇ ਵਸਦੇ ਪਿੰਡਾਂ ਤੱਕ ਪਹੁੰਚਿਆ ਹੈ। ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨੇ ਇਹ ਵੀ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਰਕਾਰ ਨੇ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਜਲ ਸਰੋਤਾਂ ਦਾ ਰੁਖ਼ ਦੂਜੇ ਰਾਜਾਂ ਵੱਲ ਮੋੜਨ ਦੇ ਯਤਨਾਂ ਨੂੰ ਵੀ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਨਾਕਾਮ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਹੈ।
ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੂੰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਅਕਤੂਬਰ ਵਿੱਚ ਨਮੀ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੋਣ ਕਾਰਨ ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੂੰ ਝੋਨੇ ਦੀ ਫ਼ਸਲ ਵੇਚਣ ਵਿੱਚ ਆਉਣ ਵਾਲੀਆਂ ਮੁਸ਼ਕਲਾਂ ਤੋਂ ਬਚਾਉਣ ਲਈ ਸੂਬਾ ਸਰਕਾਰ ਨੇ ਝੋਨੇ ਦੀ ਲੁਆਈ ਦਾ ਸੀਜ਼ਨ ਇਕ ਜੂਨ ਤੋਂ ਸ਼ੁਰੂ ਕਰਨ ਦੀ ਆਗਿਆ ਦਿੱਤੀ ਸੀ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸੂਬੇ ਵਿੱਚ ਢੁਕਵੀਂ ਯੋਜਨਾਬੰਦੀ ਅਤੇ ਪ੍ਰਬੰਧਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਝੋਨੇ ਦੀ ਫ਼ਸਲ ਦੀ ਜ਼ੋਨ ਵਾਰ ਕਾਸ਼ਤ ਨੂੰ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਇਆ ਗਿਆ ਹੈ। ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਸ ਬਿਜਾਈ ਵਿਧੀ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਸ਼ਾਲੀ ਢੰਗ ਨਾਲ ਲਾਗੂ ਕਰਨ ਲਈ ਸੂਬੇ ਨੂੰ ਜ਼ੋਨਾਂ ਵਿੱਚ ਵੰਡਿਆ ਗਿਆ ਅਤੇ ਪੜਾਅਵਾਰ ਢੰਗ ਨਾਲ ਝੋਨੇ ਦੀ ਲੁਆਈ ਦੀਆਂ ਤਰੀਕਾਂ ਦਾ ਜਲਦ ਤੋਂ ਜਲਦ ਐਲਾਨ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਤਾਂ ਜੋ ਕਿਸਾਨ ਇਸ ਦਾ ਲਾਭ ਉਠਾ ਸਕਣ।
ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਇਹ ਵੀ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਸੂਬਾ ਸਰਕਾਰ ਵੱਲੋਂ ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਝੋਨੇ ਦੀ ਲੁਆਈ ਦੀਆਂ ਤਰੀਕਾਂ ਅਗਾਊਂ ਕਰਨ ਦੇ ਨਾਲ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਕੇਂਦਰ ਸਰਕਾਰ ਕੋਲ ਝੋਨੇ ਦੀ ਖਰੀਦ 15 ਦਿਨ ਪਹਿਲਾਂ ਕਰਨ ਦੀ ਅਪੀਲ ਵੀ ਕੀਤੀ ਹੈ। ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਕੇਂਦਰੀ ਖੁਰਾਕ ਮੰਤਰੀ ਨੂੰ ਫ਼ੋਨ ਕਰਕੇ ਅਪੀਲ ਕੀਤੀ ਹੈ ਕਿ ਹੁਣ ਝੋਨੇ ਦੀ ਖਰੀਦ 15 ਸਤੰਬਰ ਤੋਂ ਸ਼ੁਰੂ ਕਰਨ ਤਾਂ ਜੋ ਸੂਬੇ ਦੇ ਕਿਸਾਨ ਆਪਣੀ ਫ਼ਸਲ ਨੂੰ ਸੁਚਾਰੂ ਅਤੇ ਮੁਸ਼ਕਲ ਰਹਿਤ ਢੰਗ ਨਾਲ ਵੇਚ ਸਕਣ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਸ ਨਾਲ ਕਿਸਾਨ ਮੰਡੀਆਂ ਵਿੱਚ ਨਮੀ ਰਹਿਤ ਅਨਾਜ ਲਿਆ ਸਕਣਗੇ ਜਿਸ ਨਾਲ ਫਸਲ ਦੀ ਸੁਚਾਰੂ ਖਰੀਦ ਯਕੀਨੀ ਹੋ ਸਕੇਗੀ।
ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਉਹ ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਨੂੰ ਰੋਜ਼ਗਾਰ ਦੇ ਕੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਹੱਥਾਂ ਵਿੱਚ ਸਰਿੰਜਾਂ ਅਤੇ ਹੋਰ ਨਸ਼ਿਆਂ ਦੀ ਥਾਂ ਟਿਫ਼ਨ ਦੇਣਾ ਚਾਹੁੰਦੇ ਹਨ ਤਾਂ ਜੋ ਉਹ ਨਸ਼ਿਆਂ ਦੀ ਦਲਦਲ ਤੋਂ ਦੂਰ ਰਹਿ ਸਕਣ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਵਿਹਲਾ ਮਨ ਸ਼ੈਤਾਨ ਦਾ ਘਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਇਸ ਲਈ ਸੂਬਾ ਸਰਕਾਰ ਇਹ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਉਣ ਦੀ ਪੂਰੀ ਕੋਸ਼ਿਸ਼ ਕਰ ਰਹੀ ਹੈ ਕਿ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਨੂੰ ਨੌਕਰੀਆਂ ਮਿਲਣ ਤਾਂ ਜੋ ਉਹ ਸਮਾਜਿਕ ਬੁਰਾਈਆਂ ਦਾ ਸ਼ਿਕਾਰ ਨਾ ਹੋਣ। ਭਗਵੰਤ ਸਿੰਘ ਮਾਨ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਬੇਰੁਜ਼ਗਾਰੀ ਕਈ ਸਮਾਜਿਕ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਦੀ ਜੜ੍ਹ ਹੈ ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਸੂਬਾ ਸਰਕਾਰ ਇਸ ਬਿਮਾਰੀ ਨੂੰ ਖ਼ਤਮ ਕਰਨ ‘ਤੇ ਧਿਆਨ ਕੇਂਦਰਿਤ ਕਰ ਰਹੀ ਹੈ ਅਤੇ ਹੁਣ ਤੱਕ ਲਗਭਗ 55,000 ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਨੂੰ ਸਰਕਾਰੀ ਨੌਕਰੀਆਂ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕੀਤੀਆਂ ਜਾ ਚੁੱਕੀਆਂ ਹਨ।