
जब काम बोलता है तो विज्ञापन के जरिए बोलने की क्या जरूरत – कंवलजीत खन्ना
मेहनती लोगों को संघर्षों के भरोसे आगे बढ़ने की जरूरत – नारायण दत्त
आप सरकार को बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, ड्रग्स, खनन माफिया, स्वास्थ्य, शिक्षा, गरीबी आदि की समस्याओं के समाधान के लिए अपना कार्यक्रम प्रकाशित करना चाहिए।
संघोलटाइम्स/17अक्तूबर,2022/दलजीत कौर/भवानीगढ़ –
संगरूर/चंडीगढ़, 17 अक्टूबर, 2022: पंजाब की भगवंत मान सरकार बात करती है और 7 महीने बनाम 70 साल के शीर्षक के तहत सरकारी खजाने से लाखों रुपये विज्ञापन पर खर्च कर क्या साबित करना चाहती है? अपने संगठन की प्रतिक्रिया को प्रेस से साझा करते हुए रिवोल्यूशनरी सेंटर पंजाब के अध्यक्ष नारायण दत्त और महासचिव कंवलजीत खन्ना ने कहा कि खुद को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए सरकारी खजाने का इस्तेमाल करने की यह प्रथा दर्शाती है कि असल में लोगों के बुनियादी मुद्दों को नहीं उठाया जा रहा ह । इस सरकार के पास भी अकालियों-कांग्रेस की तरह कोई योजना या रोडमैप नहीं है जिससे समस्या का समाधान हो सके।
उन्होंने भगवंत मान सरकार को खुली चुनौती देते हुए राज्य में गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, ड्रग्स, खनन माफिया, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि ज्वलंत मुद्दों को हल करने के लिए अपना पार्टी कार्यक्रम प्रकाशित करने को कहा । कृषि प्रधान राज्य में एक नई ठोस कृषि नीति, आने वाली पानी की कमी को रोकने के लिए किसान संगठनों द्वारा मांग की गई एक ठोस जल नीति, खेत मजदूरों के लिए एक ऋण राहत नीति, सामान्य उपयोग की रसोई वस्तुओं की बेलगाम मुद्रास्फीति को रोकने के लिए एक ठोस सड़क। नक्शा, बेरोजगारी को समाप्त करने और युवाओं के पलायन को रोकने की योजना, पंजाब के पिछवाड़े में रहने वाली कुल आबादी का तीस प्रतिशत हिस्सा बनाने वाले ग्रामीण मजदूरों की ठंड के लिए एक ठोस उपाय, भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए एक ठोस प्रस्ताव, आदि दर्जनों। गंभीर मुद्दे हैं, जिनका समाधान इस माननीय सरकार के पास भी नहीं है। उन्होंने कहा कि पांच साल एक नजर से बीत जाएंगे, लेकिन यह असंभव है कि पंजाबियों के जीवन में कोई गुणात्मक परिवर्तन हो, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष नामक एक संगठन ने घोषणा की है कि 2023 की गंभीर आर्थिक मंदी निचले स्तर को बाहर कर देगी। वर्ग, थोक में रोजगार छिनेगा, उद्योग बंद होंगे, फसल और एमएसपी न मिलने से बड़ी संख्या में किसान खेती से बाहर होंगे।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले धूल बन गई है.भारत, जिसमें पंजाब भी शामिल है, गरीबी सूचकांक में नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान से 6 अंक नीचे 101वें से 107वें स्थान पर आ गया है । उन्होंने कहा कि अब पंजाब में ज्यादातर घर बिना रसोई गैस का सिलेंडर खरीदे दो-दो खतरों के साथ रह रहे हैं। उन्होंने इन गंभीर मुद्दों पर अपनी दृष्टि, यदि कोई हो, के साथ माननीय सरकार को मैदान में आने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि लोग लंबे समय तक आश्रय नहीं देते हैं। काम बोलता है तो बोलने की जरूरत नहीं है सर। लोग अब उनकी हबी नबी को जानते हैं। इसलिए आज हर वर्ग संघर्ष की राह पर है और आप या तो लार टपका रहे हैं या पर्चे जमा कर रहे हैं या फिर आपके मंत्रियों ने अब अकालियों-कांग्रेस जैसी धमकियों का जवाब दिया है। शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस का बयान इसका जीता जागता उदाहरण है।
रिवोल्यूशनरी सेंटर, पंजाब के नेताओं ने भगवंत मान सरकार से सवाल किया कि पिछले दिनों एक विधायक की शादी में ऊपर से नीचे तक पूरी सेना इकट्ठा करके जो आईपी संस्कृति प्रदर्शित की गई है, वह किस घोषणापत्र का हिस्सा है? क्रांतिकारी-जिन्दाबाद के नारों से बसंती पगड़ी फूंकने वाली भगवंत मान सरकार के खिलाफ़ आंदोलन को तेज करने के लिए नेताओं ने लोगों को आमन्त्रित किया।