संत निरंकारी मिशन द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में 83 श्रद्धालुओं ने रक्तदान किया
ब्रांच कोटभाई के संत निरंकारी सत्संग भवन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया
Sanghol Times/जैतो/29जनवरी,2023(धीर): सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के पावन आशीर्वाद से संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन (संत निरंकारी मिशन के सामाजिक विभाग) द्वारा शाखा कोटभाई में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें संत निरंकारी मिशन के 83 श्रद्धालुओं व सेवादारों ने नि:स्वार्थ रक्तदान किया। सिविल अस्पताल श्री मुक्तसर साहिब के ब्लड बैंक से डॉक्टरों की टीम ब्लड लेने पहुंची।
इस रक्तदान शिविर का उद्घाटन माननीय श्री एनएस गिल, जोनल इंचार्ज फिरोजपुर और श्री एसपी दुग्गल जोनल इचार्ज बठिंडा द्वारा किया गया। उन्होंने रक्तदाताओं से रक्तदान शिविर में अधिक से अधिक भाग लेने का आग्रह किया और कहा कि रक्तदान ही श्रेष्ठ दान है, मानवता के कल्याण के लिए रक्तदान करने के लिए सभी को आगे आना चाहिए।
कोटभाई ब्रांच के मुखी शिंदरपाल सिंह, क्षेत्रीय संचालक मुक्तसर राजिंदर अरोड़ा और क्षेत्रीय संचालक फरीदकोट पवन कटारिया ने रक्तदान शिविर में उपस्थित सभी गणमान्य लोगों और सभी रक्तदाताओं का आभार व्यक्त किया और कहा कि मानवता के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मिशन द्वारा पहला रक्तदान शिविर नवंबर 1986 में दिल्ली में वार्षिक निरंकारी संत आयोजन के अवसर पर आयोजित किया गया था, जिसमें बाबा हरदेव सिंह जी ने इस शिविर का उद्घाटन किया था और यह शिविर लगातार संगतों द्वारा आयोजित किया जा रहा है । विगत 36 वर्षों से इस मिशन ने लोगों के कल्याण के लिए 7519 रक्तदान शिविरों से 12,39,071 यूनिट रक्तदान किया है। बाबा हरदेव सिंह जी ने मानवता को यह संदेश दिया कि- ‘खून नालियों में नहीं नाडीओ में बहना चाहिए’ उनके निर्देशानुसार इस अभियान को लगातार प्रचारित किया जा रहा है।
संत निरंकारी मिशन द्वारा समय-समय पर विश्व भर में जनहित की भलाई के लिए अनेक सेवाएं की जा रही हैं ताकि समाज का समुचित विकास हो सके। जिसमें मुख्य रूप से सफाई अभियान, वृक्षारोपण, निःशुल्क चिकित्सा शिविर, निःशुल्क नेत्र शिविर, प्राकृतिक आपदा में जरूरतमंदों की सहायता आदि के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएँ भी सुचारू रूप से चलाई जा रही हैं। इन सभी सेवाओं के लिए मिशन को राज्य सरकारों द्वारा समय-समय पर सराहा और सम्मानित किया गया है।