
60 वर्षीय पूर्व पंप ऑपरेटर दामोदर दास की हृदय गति से हुई मौत।
साढे चार साल पहले मोटर साइकल की टक्कर से बेटे की भी हुई थी मौत।
मुंडखर पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने दामोदर दास का निधन पर जताया दुख।
Sanghol Times/एस. रांगड़ा/जाहू/01फरवरी,2023 –
भोरंज उप मंडल की मुंडखर पंचायत के वार्ड नंबर पांच टनकरी गांव में आशा देवी के उपर मुसीबतों को पहाड़ टूट गया है।
टनकरी गांव निवासी 60 वर्षीय दामोदर दास जल शक्ति विभाग से पंप आपरेटर के पद से सेवानिवृत हुआ था। मंगलवार सुबह अचानक तबीयत बिगडने के कारण स्वजन उसे आस्था अस्पताल भांबला जिला मंडी ले गये और प्राथमिक उपचार के बाद घर ले आये। वहां के चिकित्सकों की सलाह पर बडसर सिटी हार्ट अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे तो अचानक दामोदर दास की तबीयत बिगड़ गई। हालात ज्यादा खराब होने पर परिवारजन भोरंज सिविल अस्पताल ले गये जहां पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। साढे चार साल पहले इकलौते बेट गोलू की भी भोरंज उप मंडल के खरबाड़ के पास मोटर साइकल की टक्कर से मौत हो चुकी है। पिता की अचानक मृत्यू पर एकल बेटी बबीता ने बाप को मुंडखर श्मशानघाट पर बुधवार सुबह पूर विधिविधान से मुखाग्नि देकर रस्म को निभाया। दामोदर दास की पत्नी भी बिमार रहती है। अब वह घर में अकेली हो गई है और पति की मौत के बाद मुसीबतों को पहाड़ टूट गया है। पांच दिन पहले दामोदर दास ने भाई पूर्ण चंद के बेटे की बारखी पर अपनी पूरी जिम्मेवाीइ निभाई थी। मिलनसार और समाज के प्रति आर्दश भावना रखने वाले दामोदर दास की मौत पर मुंडखर पंचायत में गमनीय माहौल है। मुंडखर पंचायत उप प्रधान के.पी. ठाकुर व सेवानिवृत प्रधानाचार्य सरवन सिंह ने बताया कि इस आकास्मिक मौत से आशा देवी पर मुसीबतों को पहाड़ टूट गया है। उन्होंने बताया कि बेटी बबिता ने पिता की शवयात्रा में शमिल होकर समस्त रस्में अदा की।
फोटो- मुंडखर पंचायत के टनकरी गांव में पूर्व पंप आपरेटर दामोदर दास को मुखाग्नि देते हुए बेटी बबिता।