पंजाब के लोगों को लूटने वालों के खि़लाफ़ ही कार्यवाही हो रही है – मुख्यमंत्री
भ्रष्ट राजनीतिज्ञों को सलाखों के पीछे डाल कर सिस्टम की सफ़ाई की जा रही है
बेअदबी के मामलों में इन्साफ यकीनी बनाया जायेगा
लोगों के लिए बलिदान देने के बड़े-बड़े दावे करने वाले अब ज़मानत के लिए भाग रहें हैं
धुरी विधान सभा हलके के गाँवों में की लोक मीटिंगें
Sanghol Times/धुरी/संगरूर, 17 मार्च, 2023
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि राज्य सरकार बदले की राजनीति नहीं कर रही, बल्कि सिर्फ़ उन भ्रष्टाचारियों पर नकेल डाले जा रही है, जिन्होंने राज्य की दौलत को बेरहमी के साथ लूटा है।
यहाँ धुरी विधान सभा हलके में शुक्रवार को लोक मीटिंगों के दौरान पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्ट राजनीतिज्ञों को सलाखों के पीछे डालने को यकीनी बना कर सिस्टम की सफ़ाई कर रही है। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने बेरहमी और बेशर्मी के साथ राज्य को लूटा है और अब यह अपने गुनाहों की कीमत चुका रहे हैं। भगवंत मान ने हैरानी अभिव्यक्त की कि ऐसे घृणित अपराध को अंजाम देने वालों के विरुद्ध कार्यवाही बदले की राजनीति कैसे हो सकती है?
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस किसी ने भी लोगों के पैसे का दुरुपयोग किया है, चाहे वह मौजूदा या पिछली सरकार के साथ सम्बन्धित हो, किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विजीलैंस ब्यूरो स्वतंत्र तौर पर काम कर रहा है और पूछताछ निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग के साथ की जा रही है। भगवंत मान ने कहा कि जनता के पैसे की लूट करने वालों से एक-एक पैसा वसूलना ही उनका एकमात्र लक्ष्य है।
इस मुद्दे पर शोर मचाने के लिए विरोधी पक्ष की आलोचना करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने आप को खुली किताब होने का दावा करने वाले इन नेताओं की जि़ंदगी के कई पन्ने फटे हुए हैं, जिस कारण वह विजीलैंस की कार्यवाही से घबराते हैं। उन्होंने विरोधी पक्ष के नेताओं से पूछा कि वह यह बताएं कि उनका एक साथी और पूर्व मंत्री, जोकि सलाखें पीछे है, विजीलैंस ब्यूरो के अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए क्यों गया था? भगवंत मान ने कहा कि इन नेताओं को विजीलैंस की कार्यवाही पर सवाल उठाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि यह भ्रष्टाचार में पूरी तरह संलिप्त हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं ने अपने सरकारी पद का दुरुपयोग करके काफ़ी जायदाद इक_ी करके बड़े-बड़े महल बनाए हैं। उन्होंने बताया कि इनके महलों की दीवारें ऊँची थी और गेट आम तौर पर लोगों के लिए बंद ही रहते थे। भगवंत मान ने कहा कि यह नेता लोगों की पहुँच से बाहर रहे, जिस कारण जनता ने उनको बाहर कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में पहली बार ऐसी सरकार बनी है, जो राज्य के लोगों के साथ सम्बन्धित है। उन्होंने कहा कि यह न तो बादल की सरकार है और न ही कैप्टन की, बल्कि यह हर पंजाबी की सरकार है। भगवंत मान ने लोगों को भरोसा दिलाया कि उनकी इच्छाओं अनुसार राज्य की भलाई के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी और जल्दी ही एक नया, प्रगतिशील और गतिशील पंजाब सृजित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए सरकारी फंडों की सही और सुयोग्य प्रयोग किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आम आदमी क्लीनिक और स्कूल आफ एमिनेंस खोल कर और बुनियादी ढांचे को मज़बूत करके करदाताओं का पैसा ज़ीरो बिजली बिलों के रूप में लोगों को वापस किया जा रहा है। भगवंत मान ने कहा कि इस का मकसद राज्य की तरक्की और लोगों की खुशहाली यकीनी बनाना है।
राज्य में बेअदबी की घटनाओं के दोषियों को सज़ाएं दिलाने के लिए सरकार की दृढ़ वचनबद्धता दोहराते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार राज्य सरकार का ध्यान इस दिशा की तरफ गया है। उन्होंने कहा कि इन मामलों में इन्साफ अब दूर नहीं क्योंकि दोषियों के खि़लाफ़ सख़्त से सख़्त कार्यवाही यकीनी बनाने के लिए अदालत में चालान पहले ही पेश किया जा चुका है। भगवंत मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब इस घृणित अपराध के दोषी सलाखों के पीछे नजऱ आऐंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मामला अदालत के अधिकार क्षेत्र में है और हाई कोर्ट की तरफ से बनाई गई सिट की तरफ से चालान पेश कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कितनी हास्यप्रद बात है कि जो लोग बड़े-बड़े दावे करते थे कि वह लोगों के लिए कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार हैं, वह अब फरीदकोट की अदालत में जाने से डरते हैं। भगवंत मान ने व्यंग्य किया कि घबराहट में यह नेता अदालत में ज़मानत की अजऱ्ी देने के लिए भागम-भाग कर रहे हैं, जो इनकी कथनी और करनी में फर्क को स्पष्ट करता है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने मीमसा, कातरों, बालीआं समेत कई गाँवों में लोक मीटिंगें की, जिस दौरान उन्होंने विकास के लिए ग्रांटें जारी की और लोगों की शिकायतों का हल किया।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने उनको पंजाब विधान सभा में अपना नुमायंदा चुनने के लिए हलके लोगों का तहे दिल से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह बड़े मान और तसल्ली की बात है कि लोगों ने मेरे प्रति बहुत प्यार दिखाया है और वह इस प्यार को कभी वापस नहीं कर सकते। भगवंत मान ने लोगों को भरोसा दिया कि हलके के विकास के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उचित फंडों के साथ धुरी का सर्वांगीण विकास करके एक माडल शहर के तौर पर विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही शहर को विश्व स्तरीय सेहत और शिक्षा सहूलतें, सडक़ें, साफ़ छप्पड़, वाटर रिचार्जिंग और नहरी सिंचाई प्रणाली के साथ लैस किया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि धुरी में रेलवे ओवर ब्रिज की मंज़ूरी मिल गई है, जिससे शहर में ट्रैफिक़ की समस्या से निजात मिलेगी।