टीबी उन्मूलन के अभियान को जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता संजय बजाज
Sanghol Times/ज्वालामुखी/23मार्च,2023(बिजेन्दर शर्मा) । ज्वालामुखी के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय बजाज ने कहा कि टीबी उन्मूलन के अभियान को जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है और आम जनमानस को इसमें अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी तभी हम इस रोग को मिटा पाएंगे।
आज यहां विश्व तपेदिक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ. संजय बजाज ने कहा टीबी अब असाध्य बीमारी नहीं है अब इसका इलाज सरल है तथा समय पर इलाज करवाने से रोगी पूर्णतया स्वस्थ हो जाता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह इस बीमारी को छुपाए नहीं और लक्षण होने पर तुरंत अपनी जांच करवाएं। टीवी का इलाज व जांच हर एक स्वास्थ्य केंद्र पर निःशुल्क है। टीबी रोग की रोकथाम संबंधी जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरे मार्च महीने में सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के कर्मचारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। उनके द्वारा लोगों को टीबी रोग के लिए जागरूक करने के साथ-साथ इस बीमारी के प्रति सतर्क रहने के जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2024 तक हिमाचल को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य हैं जबकि 2025 तक देश से इस बीमारी का उन्मूलन किया जाना है।
उन्होंने कहा कि सबसे पहले साल 1962 में देश भर में केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय टीबी कार्यक्रम शुरू किया और देश भर में जिला टीबी केंद्र स्थापित किये गए। इसके बाद 1993 में डब्लयूएचओ ने टीबी को लेकर वैश्विक आपात स्थिति घोषित की। 1997 में केंद्र ने डायरेक्टली ऑब्जर्वेंबल ट्रीटमेंट शॉर्ट कोर्स डीओटीएस की शुरुआत की। इसके बाद केंद्र ने 2005 से 2011 के बीच पूरे देश में अभियान चलाया। साल 2012 से 2017 के बीच राष्ट्रीय रणनीतिक योजना लाई गई जिसमें टीबी मामलों की अनिवार्य सूचना सुनिश्चित की गई।
इस अवसर पर बेहतरीन कार्य करने के लिये आशा वर्कर को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में स्थानीय लारेट फार्मेसी कॉलेज के छात्रों ने भी अपने कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कालेज इस अवसर पर डॉ. सतिन्दर वर्मा, डॉ. मनीषा , डॉ. गार्गी वालिया, डॉ. वैशाली ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर वरिष्ठ निरिक्षक अनिल ठाकुर एसटीएस ,वीरेंद्र चौधरी ज्वालामुखी के आशा वर्कर व पैरा मिडकल स्टाफ भी मौजूद रहा।