भोरंज स्कूल में अध्यापकों ने भी अपने बच्चें भी सरकारी स्कूल में करवाये दाखिल
सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने के लिये बच्चों का सरकारी स्कूलों में दाखिल करवाना जरूरी
स्कूल में अध्यापक व अभिभावकों के तालमेल से बड़ी बच्चों की संख्या – डॉ. भाटिया
Sanghol Times/एस. रांगड़ा/जाहू, 30 अप्रैल।
प्राइवेट स्कूलों से स्कूल छोड़ने का प्रमाण-पत्र लेकर अभिभावक सरकारी योजनाओं को लाभ लेने के लिये सरकारी स्कूलों में बच्चों का दाखिला करवाने में आगे आ रहे हैं। अध्यापकों द्वारा सरकारी स्कूलों की सुविधाओं का घर-घर जाकर जागरूकता अभियान का यह परिणाम देखा जा रहा है। इसके लिये सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे अध्यापक भी आगे आये हैं।
मुख्यमंत्री राजकीय आर्दश वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भोरंज में प्राइवेट स्कूलों से आने वालों बच्चों की संख्या सबसे अधिक हैं। इसमें वहां पर पढ़ा रहे अध्यापकों ने भी अपने बच्चे दाखिल करवाये हैं। स्कूल में अंग्रेजी के प्रवक्ता, रणधीर सिंह ने अपनी बेटी का दाखिल भोरंज स्कूल में करवाया है।, कॉर्मस के प्रवक्ता राज कुमार ने अपनी बेटी, संजीव कुमार ने बेटी व अन्य ने भी बच्चों का दाखिला भोरंज स्कूल में करवा कर अभिभावकों व समाज से यह संदेश देने का कार्य किया है कि सरकारी स्कूल के अध्यापक भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में ही पढ़ा रहे हैं। स्कूल प्रधानाचार्य डॉ. ओंकार सिंह भाटिया ने कहा कि पहली बार अभिभावकों को सरकारी स्कूल की ओर रूझान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि चलो सरकारी स्कूल की ओर जागरूकता अभियानके भोरंज स्कूल को साकारात्मक परिणाम मिले हैं। इससे बच्चों की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि बच्चों को बच्चों को शारीरिक व मानसिक विकास के लिये सभी अध्यापक एक टीम के रूप में कार्य कर रहे हैं। बच्चों को स्कूल में स्कूल में अनेंको सुविधा मिल रही है तथा गुरूकुल तैया माहौल दिया जा रहा है।