पूर्व सैनिकों को प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने किया सम्मानित
पूर्व सैनिकों से बोले प्रशासक- आपको वर्दी में देख ईर्ष्या हो रही है, काश मैं भी ले रहा होता सम्मान
बोले- आपका योगदान अतुलनीय, अब नशे और भ्रष्टाचार को खत्म करने में सहयोग दें।
संघोल टाइम्स/चंडीगढ/06 मई,2023 – अमृत महोत्सव आयोजन समिति चंडीगढ़ ने शनिवार को पूर्व सैनिक सम्मान समारोह किया। टैगोर थियेटर में हुए इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर पंजाब के राज्यपाल एवं यूटी प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने शिरकत की। विशिष्ठ अतिथि के रूप में केंद्रीय विश्विद्यालय हिमाचल प्रदेश के पूर्व कुलपति कुलदीप चंद अग्निहोत्री शामिल हुए। हरियाणा टूरिज्म कॉरपोरेशन के एमडी नीरज चढ्ढा और समिति के संयोजक संजीव कुमार राणा की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में 500 से अधिक पूर्व सैनिकों, वीर नारियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने पूर्व सैनिकों से कहाकि मुझे आप सभी से ईर्ष्या हो रही है। जब मैं युवा था तो मेरी भी इच्छा थी कि मैं भी सेना में होकर आपकी तरह वर्दी पहनूं। एयरफोर्स में पेपर दिया। लेकिन, मेडिकल में रह गया। सेना में होता तो आपकी तरह सम्मान ले रहा होता। राज्यपाल की कुर्सी पर तो ऊपर वाले की कृपा से हूं। लेकिन, आप सभी अपनी बहादुरी मेहनत के बल पर यहां हैं। सैनिक और पूर्व सैनिकों का जो सम्मान सोसायटी में है वह दूसरे का नहीं है।
पुरोहित ने कहा कि भले मैं सेना में शामिल नहीं हो पाया। लेकिन, जिद्द थी इसलिए जब सांसद रहा तो तीनों बार रक्षा सलाहकार समिति में रहा। सियाचीन गया। सैनिकों को दिए जाने वाले निम्न गुणवत्ता के जूतों की आवाज संसद में उठाई। लेकिन, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सेना को आधुनिक अत्र-शत्र से परिपूर्ण बना रहे हैं। अब कहीं भी कोई उन्नत हथियार और टेक्नोलॉजी हो उसे देश में लाया जा रहा है। आर्मामेंट में तो देश आत्मनिर्भर हो रहा है। अगले 10 साल में भारत देश का सबसे बड़ा निर्यातक होगा।
उन्होंने पूर्व सैनिकों को संदेश भी दिया कि आप सब लोग समाज के काम में लगिए। पंजाब में नशा तस्करी और इसके बढ़ते कारोबार पर उन्होंने गंभीर चिंता जताई। कहा कई स्कूल प्रिंसिपल ने उन्हें बताया कि स्कूल के बच्चों तक नशा माफिया का नेटवर्क है। इसे खत्म करने और नई पीढ़ी को इससे बचाने में पूर्व सैनिकों का साथ चाहिए।
भ्रष्टाचार के खिलाफ उन्होंने प्रधानमंत्री के बयान खाऊंगा ना खाने दूंगा को दोहराते हुए कहा कि देश में भ्रष्टाचार नहीं होता तो देश कहां होता कल्पना कीजिए। जापान हेरोसीमा नागासाकी अटैक के बाद स्क्रैप से खड़ा हुआ इसकी बड़ी वजह भ्रष्टाचार नहीं होना है। इसकी कठोरतम सजा है। वहां देखा देखी नहीं है लोग सामान्य तरीके से रहते हैं। उन्होंने पूर्व सैनिकों से आह्वान किया कि अपने बच्चों के साथ समाज के दूसरे लोगों को भी सामान्य तरीके से रहना सिखाएं। पाप भ्रष्टाचार का पैसा कभी घर न आए ऐसी शिक्षा दें। जीवन का मिशन बनाएं देश को कैसे बेहतर करना है।
विशिष्ठ अतिथि कुलदीप चन्द अग्निहोत्री ने कहा कि युद्ध मैदान में भारत कभी नहीं हारा। अगर हार हुई तो मेज पर समझौतों से हुई। साल 1962 में भारत चीन युद्ध इसका उदाहरण है। आज अरुणाचल का जो हिस्सा चीन के पास है वह मेज पर हुए समझौते का परिणाम है। हिंदुस्तान की सेना कभी युद्ध नहीं हारी। युद्ध तो सरकारों ने हारे हैं। भारत की सेना का इतिहास तो पराक्रम का रहा है। धर्म और देश की लड़ाई के लिए गुरु गोविंद सिंह जी ने अमृत सेना बनाई थी। वहीं से प्रेरित होकर आजादी का अमृत महोत्सव शब्द लिया गया होगा। आयोजक दीपक बत्रा ने बताया कि चंडीगढ़ के 500 से अधिक पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को सम्मानित किया गया। रि. विंग कमांडर नितिन ने समिति के कार्यों की जानकारी दी। समिति की तरफ से पंकज ने मंच संचालन किया। कार्यक्रम में मलवाई गिद्दा कलाकारों द्वारा पेश किया गया। साथ ही दिव्यांग प्रोफेसर नमिता और प्रोफेसर योगेश ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए।