
चंडीगढ़ कांग्रेस- प्रशासन द्वारा प्रशासनिक सलाहकार समिति की स्थायी समितियों के भाजपा के दबाव में पक्षपातपूर्ण रवैये पर निराशा एवं दुख व्यक्त
चंडीगढ़/SANGHOL-TIMES/KEWAL BHARTI/11JULY,2015 – चंडीगढ़ कांग्रेस ने चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा प्रशासनिक सलाहकार समिति की स्थायी समितियों के भाजपा के दबाव में पक्षपातपूर्ण तरीके से किए गए गठन पर अपनी निराशा एवं दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि चण्डीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया जैसे परिपक्व नेता से ऐसे राजनीतिक विद्वेष से भरे रवैये की उम्मीद नहीं थी।
चंडीगढ़ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजीव शर्मा ने प्रशासन पर चण्डीगढ़ की आम जनता के हितों की अनदेखी करने और केवल भाजपा नेताओं के संकीर्ण हितों को साधने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि प्रशासन और इसके अफ़सरों ने इन स्थायी समितियों का गठन भाजपा के दफ़्तर में बैठ कर किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी के स्थानीय अध्यक्ष एच.एस. लक्की को किसी भी स्थायी समिति के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन नहीं किया किया गया है, जबकि भाजपा के कई छुट्टभैये नेताओं और यहां तक कि उनके चण्डीगढ़ से बाहर के नेताओं को भी जगह मिल गई है। उन्होंने कहा कि स्थानीय सांसद मनीष तिवारी, जो भाजपा नीत नगर निगम एवं प्रशासन द्वारा 2014 के बाद बर्बाद कर दिए गए चण्डीगढ़ शहर के पुराने गौरव को फिर से बहाल करने के लिए अनथक प्रयास कर रहे हैं, को भी एक ऐसी समिति का प्रभार दिया गया है, जिसका लोगों के जीवन व्यवस्था और स्तर पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ता है। प्रशासन यह सारे चण्डीगढ़ विरोधी काम केवल भाजपा के दबाव में आकर कर रहा है ताकि नेहरू के सपनों के शहर चण्डीगढ़ की पुरानी शान दुबारा वापस लाने में सांसद मनीष तिवारी की लगातार कोशिशों में रोड़े अटकाए जा सकें।
कांग्रेस ने आगे आरोप लगाया कि भाजपा और चंडीगढ़ प्रशासन को यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि चंडीगढ़ की जनता ने 2024 के संसदीय चुनावों में भाजपा को नकार दिया है। इसलिए, प्रशासन को अपने फैसलों में भाजपा के जनविरोधी एजेंडे का पालन करने का काम अब बंद कर देना चाहिए और जनता की इच्छा और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए शहर के वास्तविक प्रतिनिधियों को प्रशासन में भागीदारी दे देनी चाहिए।
राजीव शर्मा, मुख्य प्रवक्ता, चंडीगढ़ कांग्रेस
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