
सेवानिवृत होने के उपरांत एक स्वीपर कम चौकीदार को लगभग 18 महीने उपरांत भी पेंशन व सेवानिवृत व वेतन वृद्धि का भुगतान न् होने पर परिवार भूखा मरने के कगार पर ।
बहादुरगढ़/SANGHOL-TIMES/KEWAL-BHARTI/01 SEPTEMBER,2025-
स्वीपर कम चौकीदार श्री धर्मपाल जो कि उच्चतर शिक्षा विभाग कि राजकीय उपमंडल पुस्तकालय बहादुरगढ़ जिला झज्जर से दिनांक 29-02-2024 को सेवानिवृत हुआ । लगभग 18 महीने उपरांत भी उसे अभी तक पेंशन व अन्य लाभ नहीं मिले है। पीछे कि वेतन वृद्धि से सम्बन्धित भी राशि कि भुगतान उसे मिलनी है। श्री धर्मपाल माननीय प्राचार्य राजकीय महिला महाविद्यालय बहादुरगढ़, हरियाणा उच्च शिक्षा निदेशालय पंचकुला, माननीय मुख्यमंत्री (हरियाणा) मे CM विंडो (Regd No CMOFF/N/2023/058836, CMOFF/N/2025/0622, व जन संवाद मे शिकायत संख्या CMOFF/J/2025/018261, हरियाणा राज्य अनुसूचित आयोग पंचकुला, (आवेदन दिनांक 17 फरवरी 2025) के माध्यम से अपनी शिकायत का वर्णन प्रस्तुत कर चुका है। इन सबके उपरांत माननीय प्रधानमंत्री को अपने आवेदन दिनांक 04 अगस्त 2025 को पूर्ण विवरण सहित अपनी कठिनाइयों व पेंशन न् मिलने की गुहार कर चुका है। इस संदर्भ में माननीय प्रधानमंत्री का पोर्टल क्रमांक PMOPG/D/2025/0145336 दिनांक 04 अगस्त 2025 उल्लेखित है ।
2. पेंशनर उच्चतर शिक्षा विभाग (लाइब्रेरी सेक्शन) शिक्षा सदन में कई बार चक्कर काट चुका है । बहादुरगढ़ के विधायक श्री राजेश जून अपने डीओ लेटर क्रमांक MLAB/43/24 के माध्यम से माननीय शिक्षा मंत्री हरियाणा को पेंशन की कठिनाई बता चुके है व अनुरोध कर चुके है कि सेवानिवृत कर्मचारी को उसकी भुगतान कि जाए। कर्मचारी अपने पास उपलब्ध सभी स्त्रोतों को प्रयोग कर चुका है लेकिन उच्चतर शिक्षा विभाग (लाइब्रेरी अनुभाग) जिसका आदेश से भुगतान होना है, नहीं कर पाया है। कर्मचारी बाल्मीकि जाति से सम्बन्धित है उसका एक परिवार है। लड़की कि शादी करनी है। दैनिक प्रक्रिया खाद्य समस्या का भी सामना करना पर रहा है। प्रसाशन (उच्चतर शिक्षा विभाग) इस संदर्भ में गंभीर संज्ञान नहीं ले रहा है। व परिवार को भूखा मरने के लिये छोड़ रहा है।
3. यह एक सेवानिवृत कर्मचारी जो कि चतुर्थ श्रेणी का लगभग 38 वर्ष सेवा करने के बाद भी अपने आधिकारिक लाभ (पेंशन सहित) नहीं ले पा रहा है लगभग 18 महीने पूर्व सेवानिवृत हुए हो चुके है। हम समझ सकते है कि परिवार किन परिस्थितियों में अपना दिन प्रति दिन घर चल रहा है। मीडिया के माध्यम से इस केस को प्रस्तुत किया जा रहा है ताकि सम्बन्धित विभाग (हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग) इस गरीब कर्मचारी कि समस्या का समाधान कर सके ।