तरावड़ी/16 फरवरी,2023(राजकुमार खुराना)। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य प्रो. राजेश वैध ने कहा कि भाजपा के राज में गरीब आदमी को दो वक्त की रोटी के लाले पडे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा गरीब आदमी को खत्म करने पर तुली है। वह गांव झंझाडी तथा सांभली में हाथ से हाथ जोडो अभियान के तहत संबोधित कर रहे थे। उन्होंने गांवों में डोर टू डोर घूमते हुए लोगों की समस्याएं जानी और उन्हें आश्वासन दिया कि जब हरियाणा में कांग्रेस का राज होगा तो गरीब की झोपडी में भी खुशियों का आलम होगा। राजेश वैध ने कहा कि सरकार ने रोजगार को खत्म किया है। रोजगार के अवसर नहीं होने के कारण आज देश और प्रदेश का युवा अपराध की गलियों में भटक रहा है। हरियाणा में बेरोजगार युवा अपराध की ओर अग्रसर हैं। हरियाणा में भाजपा सरकार ने हमेशा युवाओं को भटकाने का काम किया है। झूठे वादे और प्रलोभन कर सत्ता पर काबिज हुई भाजपा अब हरियाणा को बर्बाद करने पर तुली है। प्रो. राजेश ने कहा कि हरियाणा में भाजपा की सरकार तुगलक की तरह राज कर रही है। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में रोजगार के अवसर तलाशने के लिए युवा दूसरे राज्यों और विदेशों में भटकने पर मजबूर हैं। प्रत्येक गांव के युवा अपनी जमीन जायदाद बेचकर विदेशों में पलायन कर रहे हैं। गांवों में अब युवा नहीं रहे। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी तो हरियाणा ही नहीं पूरे देश में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में मंहगाई पर काबू पाया गया था। पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर थी लेकिन भाजपा का राज आते ही पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। भाजपा ने गैस सिलेंडर के दाम भी 400 से 1100 तक पहुंचा दिए। भाजपा ने जिन गरीब लोगों को गैस के चूल्हे दिए थे। उन्होंने अपने चूल्हे तक बेच दिए हैं। प्रो. वैध ने कहा की वो अब तक करीब एक दर्जन कालोनी व गांव में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को लेकर घर घर जा चुके है व हर जगह लोग बीजेपी से दुखी व तंग है व इस सरकार को बदलने को तैयार बैठे है। प्रो वैध ने कहा की गरीब आदमी को ये पता लग गया की कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जो 36 विरादरी व अलग अलग धर्मो को साथ लेकर विकास करवा सकती है व अमन चेन व भाई चारे को मजबूत कर सकती है। प्रो वैध के साथ हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में एडवोकेट विश्वनाथ शर्मा, अविनाश कोर पोली, राजकुमार झंझड़ी, पोली राम, अनिल लोहाट, ईश्वर गिल, प्रेम राणा, रमेश चौहान,विक्रम वाल्मीकि, तमीन्द्र वाल्मीकि रोहित सग्गा, कुड़ा राम सम्भली समेत दर्जनों कार्यकत्र्ता शामिल थे।