सेंट्रल सर्विस रूल के जरिए प्रशासन एवं सरकार एक छोटे तबके को खुश करने के चक्कर में चंडीगढ़ के लगभग 20 हजार के करीब आउट सोर्स एवं डीसी रेट वर्करों के साथ ना करे कोई धोखा
तत्काल प्रभाव से 1 अप्रैल से 21% की दर से बढ़ाएं डीसी रेट* *यूटी चंडीगढ़ एसएस फेडरेशन*
Sanghol Times/चंडीगढ़/28.03.2023(हरमिंदर नागपाल)चंडीगढ़ में ठीक 1 साल बाद सेंट्रल सर्विस रूल्स लागू होने जा रहे हैं और यूटी चंडीगढ़ सबोर्डिनेट सर्विसेज फेडरेशन ने अंदेशा जताया है कि चंडीगढ़ में इन रूल्स के लागू होने के बाद सेंट्रल सरकार एवं चंडीगढ़ प्रशासन एक छोटे तबके को खुश करने के चक्कर में एक बहुत बड़े तबके जिसमें लगभग 20 हजार के करीब ठेका एवं आउटसोर्सड के तहत डीसी रेट वर्कर काम करते हैं उनको नुकसान पहुंचा सकती है जिसकी एक झलक सीपीडब्ल्यूडी (CPWD) में कार्यरत मेंटेनेंस वर्करों के किए जा रहे नए ठेकों के टेंडर में देखने को मिल रही है जिसमें इन वर्करों को सालों से चंडीगढ़ में चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा मिलने वाले डीसी रेट की दर से ही वेतन दिया जाता था लेकिन नए टेंडर सेंट्रल रेट से किए जा रहे हैं जिससे इन वर्करों की तनख्वाह नए ठेके में कम हो जाएगी फेडरेशन ने इस बारे में संबंधित विभाग एवं संबंधित अधिकारियों को अल्टीमेटम दे दिया है अगर ऐसा हुआ तो फेडरेशन हजारों वर्करों के साथ सड़कों पर उतरेगी और इसका विरोध करेगी।
और ऐसा ही अंदेशा चंडीगढ़ के हजारों डीसी रेट वर्करों के साथ भी होने का लगाया जा रहा है जिसमें सरकार एवं चंडीगढ़ प्रशासन डीसी रेट वर्करों को अनस्किल्ड,सेमी स्किल्ड, स्किल्ड एवं high-skilled की कैटेगरी में डालकर डीसी रेट खत्म कर सकती है और सेंट्रल रेट के तहत इन वर्करों की तनख्वाह कम कर सकती है यूटी चंडीगढ़ सबोर्डिनेट सर्विसेज फेडरेशन चंडीगढ़ प्रशासन से मांग करती है कि ऐसा कुछ भी गलत इन वर्करों के साथ ना किया जाए और तत्काल प्रभाव से 1 अप्रैल से लागू किए जाने वाले सेंट्रल सर्विस रूल के साथ ही 21% की दर से डीसी रेट में भी वृद्धि की जाए और आउट सोर्स एवं डीसी रेट वर्करों को भी तोहफा दिया जाए।
यूटी चंडीगढ़ सबोर्डिनेट सर्विसेज फेडरेशन प्रधान रणजीत मिश्रा एवं महासचिव सुखबीर सिंह ने एक साझा बयान जारी करते हुए बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा अगर चंडीगढ़ के हजारों वर्करों का पेट काटने की कोशिश की गई या सेंट्रल सर्विस रूल से किसी भी कच्चे-पक्के वर्कर की तनख्वाह कम की गई तो फेडरेशन इसका कड़े शब्दों में विरोध करेगी चंडीगढ़ की सड़कों पर उतरेगी और कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाने पर मजबूर हो जाएगी।