2024 तक भारत में 4.3 मिलियन और नर्सों की आवश्यकता होगी : एक्स्पर्ट
SangholTimes/मोहाली/17मई,2022- नर्स हेल्थकेयर मैनेजमेंट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है लेकिन फिर भी उनके योगदान को आज भी वह महत्व नहीं मिलता। दुनिया भर में नर्सों की अत्यधिक कमी है। भारत में 2024 तक 4.3 मिलियन और नर्सों की आवश्यकता होगी।
मैक्स अस्पताल में कार्डियोवैस्कुलर थोरैसिक सर्जरी के डायरेक्टर डॉ. दीपक पुरी ने कहा कि अधिकांश स्वास्थ्य कर्मियों को पर्याप्त आराम नहीं मिल रहा है, जिसके कारण वे नींद की कमी के प्रतिकूल प्रभावों से पीड़ित हैं।
उन्होंने कहा, डॉक्टरों और नर्सों को भी मधुमेह, मेलिटस, उच्च रक्तचाप, कोरोनरी धमनी रोग, स्ट्रोक, कैंसर, डिप्रेशन और सुसाइड टेंडेंसी जैसी जीवन शैली की बीमारियों के होने की अधिक संभावना है।
उन्होंने कहा कि भारतीय डॉक्टरों और नर्सों को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है और उन्होंने यूएसए, यूके और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में बहुत सम्मान और प्रसिद्धि अर्जित की है और इन देशों की स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ हैं।
दीपक पुरी ने कहा कि भारत में कैरियर के विकास के अवसरों की कमी, पर्याप्त कौशल बढ़ाने वाले प्रशिक्षण की कमी व अपर्याप्त मुआवजा हेल्थकेयर प्रोफेशनल को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर रहे हैं । ये सभी मुख्य रूप से इस तथ्य के लिए जिम्मेदार हैं कि ज्यादातर हेल्थकेयर प्रोफेशनल अच्छे करियर के लिए विदेश जा रहें हैं। नतीजन देश तेजी से पर्याप्त प्रशिक्षित हेल्थ केयर प्रोफेशनल की अत्यधिक कमी की ओर बढ़ रहा है।