सरकार को नहीं देनी चाहिए पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर को भारत की नागरिकता – डॉ उमेश शर्मा-अध्यक्ष, अखिल भारतीय विप्र एकता मंच
Sanghol Times/आगरा/Sanjay Sagar/20.07.2023 – आज़कल मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर की लव स्टोरी छाई हुई है। पाकिस्तान से 16 दिन पहले आयी सीमा भारत सरकार से नागरिकता देने की गुहार लगाईं है। हालांकि अवैध तरीके से भारत आने के चलते सीमा के खिलाफ जांच की जा रही है।
इस सन्दर्भ में अखिल भारतीय विप्र एकता मंच के अध्यक्ष डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि मूर्खता की चरम देखिये सब एक ही भेड़ चाल में चल रहे है। मीडिया दिन भर माइक ले कर हीरोइन का इंटरव्यू ले रहा है और एक विशेष वर्ग उसको हीरो हीरोइन बना रहा हैं। वीरजारा की कहानी बना देता है। कई महान लोग उत्सव मना रहे है कि एक पाकिस्तानी मुस्लिम महिला हिन्दू बन गयी। खुशी मनाई जा रही है, कि 5 हिन्दू बन गये। मूर्खता की चरम देखिये की सीमा को भारत की नागरिकता दिलाने के लिये सोशल मीडिया पर अभियान तक छेड़ दिया गया है। सीमा द्वारा बार – बार भारत की नागरिकता मांगना जैसे कि यहाँ की नागरिकता रेवड़ी मूगफली हो। मेरा सवाल सीमा हैदर के स्वागत करने वालो से, क्या आपने कभी मानव बम का नाम सुना है ? दो साल के बच्चों को भी जासूसी के लिये प्रयोग किया जा सकता है क्या दिमाग़ में कभी ये ख्याल आया ? और अगर सीमा किसी विशेष कारण भारत मे दखल हुई तो आप सिर्फ एक सीमा को देख रहे हो, हम 5 जासूसों, 5 खतरों को देख रहे हैं। क्युकी जिस देश मे भारत और हिन्दू धर्म के खिलाफ़ इतनी नफरत बोयी जाती है। वहाँ से आकर एक दम राधे राधे नाम जपना, तुलसी जी को पानी देना, सिंदूर, मंगसूत्र को अपनाना, गले नहीं उतर रहा। भारत आते ही एक दम ठेठ हिंदुस्तानी नारी जैसे साड़ी, नमस्ते, कैमरे के सामने बिंदास अंदाज, दूसरे देश, दूसरे परवेश में आने के बाद भी कोई झिझक नहीं कोई डर नहीं आखिर कैसे ? एक साधारण महिला ने इतनी देशों की सुरक्षा व्यवस्था को चकमा कैसे दे दिया ? सीमा हैदर खुद को 5वी पास बता रहीं है। फंराटेदार इंगलिश के साथ हिंदी भी बोलना, भाषा मे उर्दू लफ्जों का बहुत कम प्रयोग होना। सीमा ने एक इंटरव्यू में नमाज के कलमे तक नहीं सुना पायी। उसका कहना है कि वो ज्यादा नमाज पढ़ती है? मीडिया इंटरव्यू में ये सचिन इतना खोया खोया और डरा सहमा क्यों नजर आता है, इंटरव्यू के समय क्यों सीमा की नजर सचिन पर होती है ? सीमा के कथित पति का एक वीडयो सोशल मीडिया पर तैर रहा है जो बिल्कुल बनावटी लग रहा है। पर्दे में रहने वाली महिला को इतना कॉन्फिडेंस कैसे की चार बच्चों को साथ मे ले कर चल दी? बताया जा रहा है कि पब्जी की शौकीन सीमा के पास 3 मोबाइल और कई सिम भी है। आखिर 4 बच्चों कि माँ को इतना समय और जानकारी कैसे मिल जाती होगी ? क्या सीमा के पास 5 देशों के पासपोर्ट है? आखिर किस अमीर ख़ानदान और बिजनेस से सम्बंधित थी सीमा की उसके गयाब होने पर भी उसकी खोजबीन नहीं हुई ?
श्री शर्मा ने आगे बताया कि वाह रे मेरे वीर ज़ारा वाह, 4 बच्चों की माँ एक मुस्लिम महिला पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत पहुँच जाती है। अपने से कई साल छोटे पब्जी वाले प्रेमी से मिलने, जबकि जितना मुझे जानकारी है कि पब्जी 2020 में भारत मे बेन हो गया था। आज के आधुनिक दौर में जहाँ शक्ल सूरत, पैसा समाजिक पहचान सबसे जरूरी है तो सचिन नाम का एक मामूली सा लड़के पर कौन से हीरे जवाहरात की खदान इन मैडम को दिखी की लाखों खर्च कर एक झोपड़ी में पहुच गयी। यदि सीमा प्यार में सचमुच है, तो ठीक है उनकी अपनी स्वतंत्रता है लेकिन नियम, नियम होते है। वहीं, पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर ने पूछताछ में कई चौंकावे वाले खुलासे प्रकाश में आ रहें हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सचिन मीणा पहला भारतीय युवक नहीं है, जिससे सीमा ने पबजी के जरिए मुलाकात की थी। इससे पहले भी वह हिंदुस्तान के कुछ युवकों के संपर्क में थी। जिनके संपर्क में सीमा थी, वो अधिकतर दिल्ली एनसीआर के थे। सीमा हैदर एटीएस के हर सवाल का जवाब सचिन से प्यार को जोड़कर दे रही है, लेकिन बरामद आधार कार्ड, चैट डिलीट और पाकिस्तान का मोबाइल तोड़ने आदि के सवाल में वह उलझ रही है। अधिकारी सीमा के जवाब से संतुष्ट नहीं है। सवालों के संबंध में गहनता से पूछताछ चल रही है। सीमा हैदर की गतिविधियां बता रहीं हैं कि वह जासूसी करने देश में आई है। पाकिस्तान ने सीमा हैदर को एक सोची समझी साजिश के तहत भारत में भेजा है। इतनी अच्छी हिंदी, अंग्रेजी पांचवीं पास महिला नहीं बोल सकती। उसके भाई पाकिस्तान आर्मी में है। उसका देश में रहना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। आज़ हिन्दू संघटनों ने देश के गृहमंत्री अमित शाह व प्रदेश मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से पाकिस्तान से आई सीमा हैदर को भारत की नागरिकता नहीं देने की मांग की है। नागरिकता देनी हैं तो विस्थापित कश्मीरी पंडितों को नागरिकता दें, पाक अधिकृत कश्मीर से भागे हिन्दुओं को नागरिकता दें,बांग्लादेश से विस्थापित हिंदुओं को नागरिकता दें।