Sanghol Times/04.05.2022/नई दिल्ली/एजेंसी- यूक्रेन पर रूसी हमला दो महीने से अधिक से जारी है। इस बीच वाशिंगटन ने कहा है कि मॉस्को आने वाले दिनों में नए क्षेत्रों को जोड़ने की तैयारी कर रहा है। वाशिंगटन पोस्ट ने एक रिपोर्ट में बताया है कि रूस पूर्वी यूक्रेन वाले क्षेत्र में अपना नियंत्रण मजबूत करता जा रहा है। बता दें कि मॉस्को दोनेत्स्क और लुगांस्क पर कब्जा करने के लिए संघर्ष कर रहा है।
वफादार नेताओं को स्थापित करेगा रूस?
एक अमेरिकी सीनियर अधिकारी ने बताया है कि हमारे पास विश्वसनीय खुफिया रिपोर्ट्स हैं कि रूस मध्य मई में दोनेत्स्क और लुगांस्क क्षेत्रों में धोखाधड़ी से जनमत संग्रह करवा कर इस क्षेत्र पर नियंत्रण कर सकता है। क्षेत्र को पूरी तरह से नियंत्रण में लेने के बाद मॉस्को इस क्षेत्र में अपने वफादार नेताओं को स्थापित कर सकता है।
दोनेत्स्क और लुगांस्क क्षेत्र को रूस ने अलग देश के तौर पर दी थी मान्यता
बता दें कि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला करने से पहले दोनेत्स्क और लुगांस्क क्षेत्र को आजाद देश के तौर पर मान्यता दी थी।
इसके बाद व्लादिमीर पुतिन ने शांति व्यवस्था को बनाए रखने के मकसद से सेना को इस क्षेत्र में भेज दिया था।
रिपोर्ट्स बताती है कि रूस जनमत संग्रह के बाद दोनेत्स्क और लुगांस्क में एक कठपुतली सरकार स्थापित कर सकता है।
रूसी सेना अब ‘काफी’ कमजोर – ब्रिटेन
लंदन। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को दावा किया कि यूक्रेन पर आक्रमण के परिणामस्वरूप रूस की सेना ‘अब भौतिक और वैचारिक रूप से काफी कमजोर’ हो चुकी है।
ब्रिटेन सरकार ने दावा किया कि भविष्य में पारंपरिक सैन्य बल को तैनात करने की रूस की क्षमता प्रभावित होगी।
उसने कहा कि रूस की सेना यूक्रेन पर आक्रमण के परिणामस्वरूप अब भौतिक और वैचारिक दोनों रूप से काफी कमजोर हो गयी है। प्रतिबंधों के कारण रूस इससे आसानी से नहीं उबर सकेगा। इसका पारंपरिक सैन्य बल तैनात करने की रूस की क्षमता पर भी दीर्घकालिक प्रभाव पड़ेगा।