योगी आदित्यनाथ और प्रियंका गांधी ने किया चुनाव प्रचार
SangholTimes/05.11.22/शिमला/विजयेन्दर शर्मा) – हिमाचल प्रदेश की राजनीति में जिला कांगडा का अपना महत्व है और कहावत भी है कि शिमला की सत्ता का रास्ता कांगड़ा से होकर ही जाता है। यही वजह है कि इस बार भाजपा और कांग्रेस पार्टी ने कांगडा का किला पफतेह करने के लिये अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। खासकर भाजपा की पूरी कोशिश है कि जो सीटें पिछली बार जीतीं थीं, उनसे कम सीटें इस बार न मिलें। ताकि आसानी से सत्ता में वापिसी हो सके।
भाजपा ने आज जहां एक ओर अपने फायरब्रांड नेता उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्य नाथ को मैदान में उतारा , तो दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने पार्टी महासचिव प्रियकां गांधी वाडरा और छत्ीसगढ के सीएम भूपेश बघेल से ज्वालामुखी और नगरोटा बगवां में चुनाव प्रचार कराया। भाजपा के लिये कांगडा जिला में इस बार चुनाव जीतना उतना आसान नहीं है। जितना पिछली बार था। इस बार भाजपा को कर्मचारियों की ओपीएस की मांग पूरी न करने और सत्ता विरोधी लहर का सामना कई चुनाव क्षेत्रों में करना पड रहा है। लेकिन पार्टी अपने नेताओं के जरिये लोगों के दिल जीतने का प्रयास कर रही है।
अपने हिमाचल दौरे के दौरान आज योगी अदित्य नाथ ने ज्वालामुखी में भाजपा प्रत्याशी रविन्दर सिंह रवि के पक्ष में चुनावी रैली को संबोधित किया। और उन्होंने हिन्दुत्व और राम मंदिर का मुद्दा उछालते हुये लोगों ने भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की।
वहीं , कांग्रेस प्रत्याशी संजय रतन के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिये कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी छत्ीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ आज ज्वालामुखी पहुंची। ज्वालामुखी में एसएसबी के हैलिपैड पर उतरने के बाद रोड शो में प्रियंका गांधी ज्वालामुखी पहुंची और उन्होंने छत्ीसगढ के सीएम भूपेश बघेल के साथ सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी में दर्शन कर पूजा अर्चना की।
इससे पहले प्रियंका गांधी ने नगरोटा बगवां में कांग्रेस प्रत्याशी रघुवीर सिंह बाली के पक्ष में चुनावी रैली को संबोधित करते हुये भाजपा पर हमला बोला। पिछली बार नगरोटा बगवां में कांग्रेस पार्टी को भाजपा के हाथों हार का सामना करना पडा था। इस बार भी यहां आम आदमी पार्टी की वजह से मुकाबला कडा होता जा रहा है। भाजपा ने यहां मौजूदा विधायक अरूण कूका को मैदान में उतारा है।
ज्वालामुखी में इस बार चुनाव खासा दिलचस्प हो गया है। कांग्रेस प्रत्याशी संजय रतन चुनावी जीत के लिये कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उनके रास्ते में निर्दलीय प्रत्याशी अतुल कौशल और आम आदमी पार्टी के होशियार सिंह भारती परेशानी पैदा कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी का प्रचार भी भाजपा के मुकाबले कमजोर दिखाई दे रहा है। हालांकि उन्होंने धरतीपुत्र का नारा उछाला है। दूसरी और रविन्दर सिंह रवि की स्थिती मजबूत हो रही है। उन्होंने बीते दिन राजनाथ सिंह की रैली के बाद अपने इलाके की ओबीसी बैलट में योगी अदित्य नाथ की रैली करवा कर हवा का मुख मोडने की कोशिश की है। यहां कांग्रेस के मुकाबले भाजपा का कार्यक्रम अधिक प्रभावी था।
जिला के दूसरे चुनाव क्षेत्रों की बात करें ,तो मेजर विजय सिंह मनकोटिया के कांग्रेस छोडने के बाद भाजपा मजबूत हुई है। शाहपुर में इस का लाभा भाजपा को मिलेगा। जसवा परागपुर में भी दो निर्दलीय भाजपा के बिक्रम ठाकुर की कठिनाई दूर कर रहे हैं। देहरा में भाजपा के रमेश धवाला और कांग्रेस के राजेश शर्मा के बीच कांटे की टक्कर है। पालमपुर कांग्रेस की सबसे सुरक्षित सीट है। यहां अशीष बुटेल के मुकाबले भाजपा के त्रिलोक कपूर कमजोर प्रत्याशी है। कांगडा सदर में पवन काजल कांग्रेस के सुरेन्दर काकू को आसानी से चुनाव हरवा देंगे। बैजनाथ में भाजपा इस बार कमजोर हैं। धर्मशाल में भी भाजपा की राहें आसान नहीं हैं।
हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। वर्तमान में राज्य में कुल 68 विधानसभा क्षेत्र हैं और सरकार बनाने के लिए 35 सीटें जीतने की दरकार होती है। राज्य में लोकसभा की कुल 4 सीटें हैं और प्रत्येक लोकसभा में 17-17 विधानसभा सीटें शामिल रहती हैं। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में राज्य की 17 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। वहीं 3 विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। राज्य में 48 विधानसभा सीटों पर सामान्य वर्ग से कोई भी चुनाव लड़ सकता है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के आंकड़ों के अनुसार हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में 5 विधानसभा सीटें हैं। वहीं कांगड़ा में 15 विधानसभा सीटें हैं। कुल्लू में 4 विधानसभा, मंडी जिले में 10 विधानसभा क्षेत्र हैं। हमीरपुर जिले में 6 विधानसभा सीटें हैं। उना व बिलासपुर जिलों में 4-4 विधानसभा सीटें हैं। सिरमौर में 5 विधानसभा सीटें, सोलन में 4 विधानसभा क्षेत्र और शिमला जिले में कुल 8 विधानसभा सीटें हैं। लाहौल स्पीति और किन्नौर में सिर्फ 1-1 विधानसभा सीटें हैं।