आज बाल दिवस है, आप सभी को बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
-Vineet Singh (Solan)Himachal
हम सभी बड़े, अपनी बाल अवस्था से गुजरे हैं, क्योंकि बालक हमारे देश की निधि हैं, भविष्य हैं।
क्योंकि बच्चों में किसी भी बात को सीखने व उसको ग्रहण करने की क्षमता हम बड़ों से अधिक होती है, बच्चों के भीतर ऐसे- ऐसे गुण होते हैं, जिन्हें कई बार जाने अनजाने हम नजरअंदाज कर देते हैं, यदि बच्चों को सही समय पर सही सलाह व मार्ग दर्शन किया जाए तो उनका भविष्य उज्ज्वल हो सकता है।
हमारे देश में भी अब शिक्षा का स्तर काफी विस्तृत हो गया है, दूर दराज के इलाकों व गांवों कस्बों में शिक्षा के महत्व को समझा है, जिससे कि आज ये गाँव जहां शिक्षित हो रहे हैं वहीं समाज की मुख्य धारा और विकास के साथ भी जुड़ रहे हैं।
बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए जहां पढ़ाई लिखाई व खेल कूद अवश्यक है, वहीं उनके चरित्र के विकास के लिए संस्कार भी अति आवश्यक है।
कईं बार ऐसे कार्य जोकि बड़े भी नहीं कर सकते वो हमारे नन्हें नोनिहाल करके दिखा देते हैं।
समाज में फैली बहुत सी कुरीतियों से आज हमारा देश आजाद हो गया है, जिसमें बाल विवाह व ता उम्र बाल विधवा जैसी कुरीतियां थी।
आज भी समाज में कुछ ऐसे शत्रु और राक्षस समान लोग हैं, जोकि बच्चों की मासूमियत और उनकी आजादी छीनने में गुरेज नहीं करते, इनमें छोटे बच्चों का व्यापार एवं उनको भीख इत्यादि मांगने पर मजबूर करना, उन्हें चोरी जेब कतरी और जबर्दस्ती बाल मजदूरी करवाना जैसे गंभीर अपराध करवाते हैं।
इनके फूलों जैसे कोमल हृदय को मसल कर उनको कठोर एवं समाज विरोधी बनाने वाले लोगों की भी दुनियां के कुछ देशों में कमी नहीं है।
हमें हमारे बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार करना चाहिए।
बच्चों को उनके पसंद के शौक ( hobbies) को पूरा करने देना चाहिए।
ऐसे बालक बालिकाओं की मदद करनी चाहिये जोकि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के साथ संबंध रखते हैं।
यदि हो सके तो अपने पढ़े लिखे व ज्ञानी होने के कारण किसी पढ़ाई में कमजोर बच्चे की मदद करें।