
बाढ़ पीड़ितों के लिए शिरोमणि अकाली दल 11 करोड़ 41 लाख नकद रूप में खर्च करेगा
पीड़ित परिवारों को दस हज़ार रुपये प्रति परिवार, ग्रंथी सिंहों को पाँच हज़ार रुपये प्रति माह छह महीने तक।
किसानों के लिए एक लाख लीटर डीज़ल, दस हज़ार स्कूली बच्चों के लिए कॉपियाँ, किताबें और फीस का खर्च पार्टी उठाएगी, साथ ही सीमेंट भी दिया जाएगा।
चंडीगढ़/SANGHOL-TIMES/26 सितंबर,2025( हरमिंदर नागपाल) – पंजाब में प्राकृतिक आपदा (बाढ़) से प्रभावित परिवारों के लिए शिरोमणि अकाली दल पूरी तरह डटकर मदद करेगा। पार्टी प्रधान जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने आज बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी द्वारा की जाने वाली मदद का ब्यौरा मीडिया के साथ साझा किया।
पार्टी प्रधान जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सीनियर लीडरशिप सरदार सुरजीत सिंह रखड़ा और सरदार रवि इंदर सिंह के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पार्टी की ओर से बाढ़ के पहले दिन से ही प्रभावित इलाकों में स्थायी राहत कैंप जारी हैं। इन कैंपों के ज़रिए अब तक हज़ारों पीड़ितों को समय-समय पर अलग-अलग प्रकार की मदद पहुँचाई गई है। हाल ही में हुई समीक्षा बैठक में निर्णय लिया गया कि पानी सूखने के बाद पीड़ितों की ज़िंदगी को पटरी पर लाने के लिए अतिरिक्त मदद की जाएगी।
पार्टी द्वारा लिए गए निर्णय:t tv
• 4,500 ज़रूरतमंद परिवारों को 10,000 रुपये प्रति परिवार गुज़ारा भत्ता दिया जाएगा – लगभग 4.50 करोड़ रुपये की मदद।
• 1,000 गुरुद्वारों के ग्रंथी सिंहों को अगले छह महीने तक 5,000 रुपये प्रति माह गुज़ारा भत्ता – लगभग 3.00 करोड़ रुपये की मदद।
• किसानों के लिए एक लाख लीटर डीज़ल की मदद – लगभग 0.88 करोड़ रुपये।
• 10,000 स्कूली बच्चों को कॉपियाँ, किताबें या फीस के रूप में मदद – लगभग 1.03 करोड़ रुपये का खर्च।
• घरों की मरम्मत के लिए 30,000 बैग सीमेंट – लगभग 90 लाख रुपये की लागत।
• 20,000 क्विंटल चारा/अचार (200 ट्रक) – लगभग 1.20 करोड़ रुपये की लागत से।
• 25,000 क्विंटल पराली पार्टी द्वारा इकट्ठी कर भेजी जाएगी।
जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों की सेवा के लिए रखड़ा परिवार ने 10 करोड़ रुपये और 1.11 करोड़ रुपये सरदार रवि इंदर सिंह द्वारा दिए गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि 30 सितंबर को फ़ाज़िल्का से बाकायदा इसकी शुरुआत की जाएगी। साथ ही, पार्टी लीडरशिप ने ज़िला-वार सूचियाँ तैयार करने के लिए ज़िम्मेदारियाँ बाँट दी हैं ताकि हर मदद ज़रूरतमंदों तक पहुँचे।
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